Uttarakhand Congress धर्मपुर में ग़दर ! अब क्या करेंगी ज्योति रौतेला ?

Uttarakhand Congress  अभी चुनाव भले ही कोसों दूर है लेकिन खिलाडियों ने मैदान में दावेदारी न सिर्फ तो दी है बल्कि तरकश के तीर भी तान लिए हैं। देहरादून की सबसे दिलचस्प विधान सभा है धर्मपुर जहाँ कभी कांग्रेस के पूर्व बड़े नेता दिनेश अग्रवाल का कब्जा था लेकिन भाजपा के पूर्व मेयर विनोद चमोली ने उस सीट को कांग्रेस से ऐसा छीना कि बीते दो बार से कांग्रेस को हार ही नसीब हो रही है। लेकिन इस बार कांग्रेस की सबसे चर्चित और आक्रामक महिला प्रदेश अध्यक्ष ज्योति रौतेला ने अपनी मजबूत दावेदारी ठोंकी तो खुद बड़े बड़े कोंग्रेसी भी किंकर्तयव्यामूढ़ से हो गए हैं।

ज्योति ने खोला चुनावी दफ्तर , वैभव ने होर्डिंग लगवाई Uttarakhand Congress 

 

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होली दिवाली की होर्डिंग्स हो या विधानसभा में मेंहदी समारोह और हेल्थ कैम्प लगाना हो ज्योति रौतेला पसीना और पैसा दोनों बहा रही है लेकिन अचानक उनकी सियासी उड़ान को अब कांग्रेस नेताओं ने ही काटने का जैसे मन बना लिया है क्योंकि बीते चुनाव में सक्रिय रहे वैभव वालिया भी अब सियासी दावेदारी में कूद पड़े हैं और उनकी भी होर्डिंग्स लोगों को पशोपेश में डाल रही है कि यहाँ होने क्या वाला है।


बात यहीं तक होती तो ठीक थी लेकिन अब जैसे ही गणेश गोदियाल प्रदेश अध्यक्ष बने तो बयानों के जरिये दो धारी मार करने के मास्टर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने भी गजब की मांग रह दी है। उन्होंने दबी जुबान धर्मपुर में खुद को खपाने की इच्छा जाहिर कर दावेदारों की नींद उड़ा दी है। कांग्रेस दफ्तर में इस बायां को कई नेता दबी जुबान हरदा की जिद बता रहे हैं तो कई उनकी सियासी महत्वकांक्षा की नई चाल कह रहे हैं

लेकिन ज्योति रौतेला और वैभव वालिया जैसे मजबूत और युवा दावेदार इसको बहुत ज्यादा तवज्जों देने के मूड में नहीं लगते हैं लेकिन असल सवाल तो यही है कि क्या आने वाले दिनों में होर्डिंग वार क्या सड़कों से होता हुआ कांग्रेस दफ्तर तक पहुँच जायेगा ? क्या ज्योति की दावेदारी को मिलेगा केंद्र का आशीर्वाद या धर्मपुर में होगी टिकट के लिए ग़दर ?