viral anokha rishta आज के वक्त में मैं जहां धर्म को लेकर लोगों के बीच अक्सर मनमुटाव देखने को मिलते हैं, लेकिन but एक ऐसी मिसाल भी देखने को मिली, जिससे इस बात को सच कर दिया है कि किसी की जान बचाने से बड़ा कोई धर्म नहीं है और इंसानियत से बड़ा कुछ नहीं है. अलीगढ़ की रूमाना अहमद और मेरठ के राकेश शर्मा दोनों की किडनी पूरी तरीके से डैमेज हो गई थी और दोनों को जल्द से जल्द किडनी ट्रांसप्लांट की ज़रूरत थी. लेकिन but किडनी ट्रांसप्लांट में बड़ी समस्या आ रही थी, क्योंकि दोनों का अपने फैमिली से ब्लड ग्रुप मैच नहीं कर रहा था.
किडनी बदल कर जोड़ लिया दिल का रिश्ता viral anokha rishta

यह बात सही है कि जब अपनों की जान पर बन आती है तो फिर सब कुछ छोटा दिखने लगता है. ऐसा ही राकेश शर्मा और रूमाना अहमद के परिवार के साथ भी हुआ. दोनों परिवारों की महिलाओं ने किडनी स्वैप कर अपनों की जान बचाई. दरअसल actually , राकेश और रूमाना अहमद को किडनी ट्रांसप्लांट की जरूरत थी, लेकिन दोनों को किडनी डोनर नहीं मिल पा रहे थे, क्योंकि परिवार से ब्लड ग्रुप मैच नहीं हो रहा था. viral anokha rishta ऐसे में डॉक्टर ने कहा कि किडनी स्वैपिंग ही एक ऑप्शन बचा है और जब परिवारों से पूछा गया तो उन्होंने बिना किसी झिझक के किडनी स्वैपिंग के लिए हां कर दिया.
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर कलीमुद्दीन अहमद ने कहा कि हम लोग इंसान पहले हैं और इंसानियत सारे धर्मों से पहले आती है. हम लोग पहले कभी नहीं मिले, लेकिन but इस किडनी डोनेशन के बाद हम लोग एक परिवार है. राकेश शर्मा जिनको राना इलियास की किडनी मिली, उन्होंने कहा मैं अपने धर्म को मानता हूं, पूजा पाठ करता हूं. हिंदू धर्म को फॉलो करता हूं, हालांकि although अगर किसी की वक्त पर ऐसे मदद की जाए तो इससे बड़ा धर्म कोई नहीं होता और यह का एग्जांपल है प्यार व एकता का.
अस्पताल के यूरोलॉजी एक्सपर्ट ने बताया दोनों ही मरीज रूमाना और राकेश एंड स्टेज किडनी की बीमारी से जूझ रहे थे और इन्हें जिंदा रहने के लिए किडनी ट्रांसप्लांट बहुत ज्यादा आवश्यकता थी. इसी को देखते हुए दोनों परिवारों की जो पहल है उसे दोनों का किडनी ट्रांसप्लांट हुआ और दोनों की जान बची. यह जो सर्जरी हुई है यह पहली बार परफॉर्म की गई है. viral anokha rishta रोबोटिक सर्जरी हुई है. दोनों की किडनी डैमेज हो चुकी थी, लेकिन but जब वह हमारे पास आए स्वैपिंग के अलावा हमारे पास कोई ऑप्शन नहीं था.
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