Wed in Uttarakhand उत्तराखंड में शादी – रोमांच ,रोमांस और जन्नत का एहसास !

देहरादून से आशीष तिवारी की रिपोर्ट –


Wed in Uttarakhand हर युवा का सपना होता है अपनी शादी में मेहमानों को अनूठा , अनोखा और नया अनुभव देने का , डेस्टिनेशन वेडिंग इसीलिए आज सबसे ट्रेंडिंग डिमांड हो गया है जहाँ लोग कुछ नया तलाशते हैं। अब देवभूमि उत्तराखंड को ही ले लीजिये जो अब सिर्फ तीर्थ और पर्यटन के लिए नहीं, बल्कि डेस्टिनेशन वेडिंग के लिए भी देश-विदेश के लोगों को आकर्षित करने जा रहा है ।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “वोकल फॉर लोकल” विजन से प्रेरित होकर राज्य सरकार ने ‘वेड इन उत्तराखंड’ योजना के तहत डेस्टिनेशन वेडिंग को बढ़ावा देने के लिए विस्तृत फ्रेमवर्क जारी कर दिया है। इसका उद्देश्य उत्तराखंड को एक प्रमुख राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय विवाह स्थल के रूप में विकसित करना है।

थीम आधारित विवाह: आध्यात्मिकता से रोमांच तक Wed in Uttarakhand


नई नीति के तहत साहसिक, आध्यात्मिक और पर्यावरणीय थीम पर आधारित शादियों को बढ़ावा मिलेगा। पर्वतीय सौंदर्य, सांस्कृतिक विरासत और शुद्ध वातावरण राज्य को वेडिंग डेस्टिनेशन के रूप में नई पहचान देंगे। पर्यटन सचिव सचिन कुर्वे द्वारा जारी किए गए इस फ्रेमवर्क के अंतर्गत एक राज्य स्तरीय विवाह पर्यटन विकास समिति का गठन किया जाएगा, जो इस पहल की निगरानी, मूल्यांकन और आवश्यक सुधारों को सुनिश्चित करेगी। इसके अलावा इस क्षेत्र में निवेश और रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे, जिससे राज्य की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी।

Wed in Uttarakhand- प्रक्रिया को सरल बनाने के लिए ‘सिंगल विंडो पोर्टल’

विवाह आयोजनों के लिए आवश्यक लाइसेंस, अनुमति और जानकारी एक समर्पित एकल खिड़की पोर्टल पर उपलब्ध कराई जाएगी। इससे आयोजकों को सभी सेवाएं एक ही मंच पर मिल सकेंगी। इसके साथ ही विवाह स्थलों, टूर ऑपरेटरों और सेवा प्रदाताओं के लिए प्रमाणीकरण और पैनल प्रणाली लागू की जाएगी।फ्रेमवर्क में शोर नियंत्रण, कचरा प्रबंधन और पर्यावरणीय प्रभाव को कम करने के लिए स्पष्ट दिशा-निर्देश तय किए गए हैं। विभिन्न विभाग मिलकर यह सुनिश्चित करेंगे कि पर्वतीय और पारिस्थितिकीय रूप से संवेदनशील इलाकों में पर्यावरण को कोई नुकसान न पहुंचे।

नए वेडिंग डेस्टिनेशन की खोज और इंफ्रास्ट्रक्चर विकास

सरकार द्वारा उन स्थानों की पहचान की जाएगी जो अब तक कम ज्ञात हैं लेकिन विवाह आयोजनों के लिए उपयुक्त हो सकते हैं। इन स्थानों पर सड़क, बिजली, पानी, संचार और परिवहन जैसी बुनियादी सुविधाओं का विकास किया जाएगा। साथ ही लग्ज़री होटल, रिसॉर्ट और टेंट हाउसिंग जैसी व्यवस्थाएं भी विकसित की जाएंगी।ऋषिकेश के नदी तट, मसूरी के पहाड़ी रिसॉर्ट और अल्मोड़ा की विरासत संपत्तियों जैसे प्रमुख वेडिंग स्थलों की एक सूची तैयार की जाएगी और इनका प्रचार डिजिटल और पारंपरिक माध्यमों से किया जाएगा। साथ ही राज्य की सांस्कृतिक विरासत को दर्शाने वाली मार्केटिंग सामग्री भी तैयार की जाएगी।