Antibiotic Side Effect : उड़ जाएंगे होश ! ये खबर पढ़कर , 1 Positive Health World

Antibiotic Side Effect एंटीबायोटिक दवाएं बैक्टीरिया के संक्रमण के उपचार में इस्तेमाल की जाती हैं। जिनसे शरीर में नुकसान पहुंचाने वाले बैक्टीरिया को बढ़ने से रोकने में मदद मिलती है। कुछ बैक्टीरिया के लिए खास एंटीबायोटिक होते हैं। ये एंटीबायोटिक दवाएं अन्य बैक्टीरिया, वायरल या फंगल संक्रमण के खिलाफ काम नहीं करती है। दूसरी दवाओं की तरह एंटीबायोटिक्स के भी शरीर पर कुछ बुरे असर होते हैं। गंभीर संक्रमण की स्थिति में एंटीबायोटिक देना जरूरी हो जाता है और इसमें देरी होना सेहत पर जोखिम को बढ़ा देता है। बावजूद एंटीबायोटिक डॉक्टर के परामर्श से ही लेना जरूरी है।

Antibiotic Side Effect डॉक्टर के परामर्श के बिना एंटीबायोटिक गंभीर

Antibiotic Side Effect
Antibiotic Side Effect
  • Antibiotic Side Effect  डॉक्टर के परामर्श के बिना एंटीबायोटिक दवा लेने के कारण शरीर में एंटी माइक्रोबियल रेजिस्टेंस विकसित होने लगता है। डब्ल्यूएचओ (WHO)  के तथ्यों के अनुसार वायु प्रदूषण, जलवायु परिवर्तन, गैर संचारी रोग, एचआईवी आदि समेत एंटीबायोटिक्स का ज्यादा सेवन सेहत की दस प्रमुख समस्याओं में से एक है। 2050 तक इस समस्या के कारण दुनिया में हर साल एक करोड़ लोगों की मौत का अनुमान है।
Antibiotic Side Effect
Antibiotic Side Effect
  • Antibiotic Side Effect एंटीबायोटिक दवाओं का बहुत इस्तेमाल करने से उपयोगी बैक्टीरिया भी नष्ट हो जाते हैं। साथ ही डायरिया, पाचन और आंतों से जुड़ी दूसरी समस्याओं को जोखिम बढ़ जाता है। बिना डॉक्टर की सलाह खुद से एंटीबायोटिक की गलत मात्रा का सेवन करते रहना, बीमारी बढ़ाने लगता है। हर दवा के कुछ साइड इफेक्ट होते हैं। दवा लिखते समय डॉक्टर इनका ध्यान रखते हैं और साइड इफेक्ट्स को कम करने की दवा भी देते हैं।  एक बार शरीर में एंटीबायोटिक का रेजिस्टेंस हो जाता है, तब दवाएं काम नहीं करती, साथ ही शरीर में हानि पहुंचाने वाले बैक्टीरिया बढ़ने लगते हैं। ऐसे में संक्रमण कम करने की जगह  दवा लेने पर संक्रमण बढ़ने लगता है।
Antibiotic Side Effect
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Antibiotic Side Effect गांठ बांध लें ये बातें

  • Antibiotic Side Effect हर इंसान के लिए इलाज और दवा की मात्रा अलग होती है। यह एंटीबायोटिक संक्रमण और उम्र से भी तय होता है। डायरिया, उल्टी, मतली, चकत्ते, सांस लेने में कठिनाई और चक्कर आने पर तुरंत डॉक्टर से मिलें।
  • दीर्घकालीन असर:  जिस संक्रमण के लिए दवाई बार-बार ली जाती है, वो बार-बार होने लगता है। इसके अलावा बिना सलाह दवाएं लेने से बोन मैरो, जिनकी रक्त कोशिकाओं और फ्लेटलटे्स बनाने में खास भूमिका होती है, उस पर बुरा असर पड़ता है। इससे डायरिया हो सकता है।
  • जरूरी क्या है: परिवार में किसी भी सदस्य का जीवन अनावश्यक एंटीबायोटिक का सेवन करके खतरे में ना डालें। इससे दूसरे सदस्यों में भी गंभीर संक्रमण का खतरा बढ़ता है। 

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