देहरादून से अनीता आशीष तिवारी की रिपोर्ट –

NHM Uttarakhand News स्वास्थ्य सचिव के विजन को मिली कामयाबी , आईएएस आर. राजेश कुमार को मिल गया मर्ज का इलाज , सालों के दर्द की एक झटके में मिली दवा , पहाड़ी अस्पतालों में एस्पेशलिस्ट डॉक्टर्स की होगी नियुक्ति , पहाड़ों पर नौकरी में स्पेशलिस्ट डॉक्टरों ने दिखाया उत्साह, यू कोट वी पे मॉडल को मिले रिस्पांस से स्वास्थ्य विभाग के हौसले बुलंद
कामयाब हुआ विजन धामी का मिशन स्वास्थ्य सचिव का NHM Uttarakhand News

उत्तराखंड राज्य निर्माण के बाद से प्रदेश का सबसे बड़ा मर्ज था पहाड़ों में डॉक्टर और टीचरों की नियुक्ति करना , सरकारे बदली, मंत्री बदले, सचिव बदले , लेकिन but मर्ज जस का तक बना रहा। लेकिन but कहते हैं जहां चाह वहां राह चाह दिखाई मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने तो राह निकाली अनुभवी आईएएस डॉक्टर आर राजेश कुमार ने और मिल गया मर्ज के दर्द का सटीक इलाज

– यू कोट, वी पे एक ऐसा माध्यम साबित हुआ जिसके तहत तीसरे चरण में 40 डाक्टरों ने साक्षात्कार में भाग लिया और अब चयनित विशेषज्ञ डाक्टरों की जल्द तैनाती भी होगी वहीं इस कामयाबी पर धामी सरकार के बेहद कामयाब सचिव डॉ आर. राजेश कुमार कहते हैं कि अब सीमांत जनपदों में उच्च स्तरीय स्वास्थ्य सुविधा मिलेगी। अगर if लोगों को उम्मीद जगी है तो इसकी वजह संवरते स्वास्थ्य सेवाओं की तस्वीर है।

प्रदेश में विशेषज्ञ और सुपर विशेषज्ञ डाक्टरों की नियुक्ति के लिए इंटरव्यू का तीसरे दौर में साक्षात्कार में 40 विशेषज्ञ डाक्टरों ने भाग लिया। अब इन डाक्टरों को ‘यू कोट, वी पे‘ योजना के तहत संविदा पर तैनाती दी जाएगी। दरअसल actually विशेषज्ञ डाक्टरों को 4लाख से 6 लाख रुपये महीने का वेतन दिया जाएगा। कांसेप्ट को कामयाब बनाने वाले स्वास्थ्य सचिव डा. आर राजेश कुमार का कहना है कि इन डाक्टरों की तैनाती जल्द होगी। साक्षात्कार टीम में एचएनबी मेडिकल विश्वविद्यालय के कुलपति डा. हेमचंद्र पंत, अपर सचिव स्वास्थ्य डा. अमनदीप कौर, स्वास्थ्य महानिदेशक डा. विनीता शाह, अपर सचिव मेडिकल एजूकेशन डा. आशुतोष सयाना शामिल थे।

स्वास्थ्य विभाग पर्वतीय जिलों में स्पेश्यलिस्ट और सुपर स्पेश्यलिस्ट डाक्टरों की कमी को दूर करने की कवायद कर रहा है। पर्वतीय क्षेत्रों में भी विशेषज्ञ डाक्टरों की तैनाती के लिए स्वास्थ्य विभाग के प्रयास रंग ला रहे हैं। देहरादून में हुए इंटरव्यू में पैथोलॉजिस्ट, गायनोलॉजिस्ट, एनेस्थेटिक, सर्जन, पीडियाट्रिश, ऑर्थाेपेडिक डॉक्टर समेत कुल 40 डॉक्टरों ने हिस्सा लिया। actually राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत ‘यू कोट, वी पे’ के माध्यम से स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की संविदा पर तैनाती की जानी है। साक्षात्कार प्रोफेसर हेम चंद्र, कुलपति, एचएनबी उत्तराखंड चिकित्सा शिक्षा विश्वविद्यालय की अध्यक्षता में आयोजित किये गये।

सचिव स्वास्थ्य डा. आर राजेश कुमार ने बताया कि यह सारी भर्तियां राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत संविदा पर की जा रही हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेश के पहाड़ी जिलों में स्वास्थ्य विभाग की ओर से बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर, दवाईयां, आधुनिक चिकित्सा उपकरण की सुविधाएं तो है, लेकिन but प्रदेश के कुछ स्थानों पर स्पेशलिस्ट डाक्टरों के रिक्त पदों के कारण आमजन को पूर्णता सुविधाओं का लाभ नही मिल पा रहा था। शीघ्र ही इन रिक्त पदों पर स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की नियुक्ति हो जाएगी, जिससे आम जन को गुणवत्ता पूर्ण उच्च स्वास्थ्य सुविधा अपने नजदीकी चिकित्सालय में मिल सकेगी ।

दरअसल actually उत्तराखंड के पहाड़ी जनपदों में स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की कमी दूर करने के लिए धामी सरकार ने यू कोट वी पे फार्मूले के तहत प्लान बनाया है। वहीं इसको धरातल पर कामयाब बनाया है हेल्थ सचिव डॉ आर. राजेश कुमार ने और अब योजना के तहत विशेषज्ञ डाक्टरों को 4 लाख और सुपर स्पेश्यलिस्ट डाक्टरों को 6 लाख रुपये तक प्रति माह वेतन देने की योजना है। उम्मीद जताई जा रही है कि अब पहाड़ों में बेहतर और सुलभ इलाज मिलना शुरू हो सकेगा।
धुरंधर धामी के चतुर चाणक्य कोश्यारी का अज्ञातवास ! https://shininguttarakhandnews.com/politics-of-uttarakhand/
