DM Dehradun आपने ये डायलॉग तो सुना ही होगा कि हुजूर एक ही दिल है कितनी बार जीतेंगे ? लेकिन यहाँ देहरादून के डीएम हैं कि हर सोमवार को दिल जीतते हैं और लोग कहते हैं ” थैंक्यू “…. दरअसल शाइनिंग समाचार ने भी जब इस तथ्य की सच्चाई जाननी चाही तो बीते सोमवार को सम्पादक आशीष तिवारी भी जनता दरबार में जा बैठे और देखा की कैसे फरियादियों के आंसू , उनके दर्द और परेशानियो की हर दरख़्वास्त को संजीदगी से समाधान निकाल रही थी जिला प्रशासन की टीम …. एक तरह अनुभवी पीसीएस अफसर कृष्ण कुमार मिश्रा तो दूसरी तरफ युवा पीसीएस द्वय प्रत्युष सिंह और अपूर्वा सिंह एक एक फरियादी से उनकी शिकायते और समस्याएं सुनकर सम्बंधित अफसरों को समाधान की हिदायतें दे रहे थे।

जनता दर्शन कार्यक्रम के दौरान देहरादून के बुजुर्ग दंपति गीता और उनके पति राजेश ने जिलाधिकारी को अपनी व्यथा बताई। उन्होंने बताया कि उनके दो जवान बेटे बार-बार शराब पीकर आते हैं, गाली-गलौच करते हैं और मारपीट करने के साथ उन्हें घर से बाहर निकालने की धमकी देते हैं। कैंसर पीड़ित मां गीता और बुजुर्ग पिता राजेश की शिकायत के अनुसार, बेटे अक्सर माता-पिता के साथ मारपीट और झगड़ा करते हैं…जिससे उनका मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य प्रभावित हो रहा है। परेशान माता-पिता फिलहाल किराए के मकान में रहने को मजबूर हैं।

जिलाधिकारी ने मामले की गंभीरता को देखते हुए दोनों बेटों को नोटिस भेजा और उन्हें 25 नवम्बर को कोर्ट में अपने पक्ष रखने के लिए तलब किया। जिलाधिकारी ने कहा कि परिवार में उत्पन्न इस तरह के प्रताड़न के मामलों को प्रशासन गंभीरता से ले रहा है और न्याय सुनिश्चित किया जाएगा।

माता-पिता के अनुसार बेटे आसपास के लोगों और परिवारजनों के सामने भी उन्हें गाली-गलौच और मारपीट करते हैं। जिलाधिकारी ने तत्काल कार्रवाई करते हुए कहा कि इस तरह के व्यवहार को किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। तत्काल कार्रवाई के चलते बुजुर्ग दंपति को राहत मिली है और कई ऐसे मामले रोके गए हैं…जहां परिवार टूटने की स्थिति बन रही थी। जिलाधिकारी ने सभी नागरिकों से अपील की है कि यदि वे इस तरह के घरेलू उत्पीड़न के शिकार हैं तो प्रशासन से संपर्क करें।

