Love Jihad in Lucknow सीनियर डॉ की ‘गंदी डिमांड’ का खुलासा

Love Jihad in Lucknow उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के प्रतिष्ठित किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (KGMU) से एक बेहद संवेदनशील और चौंकाने वाला लव जिहाद का मामला सामने आया है. यहां एक लेडी रेजिडेंट डॉक्टर ने अपने ही सीनियर डॉक्टर साथी द्वारा धर्म परिवर्तन का दबाव बनाए जाने से परेशान होकर आत्महत्या की कोशिश की है. इस घटना ने मेडिकल कॉलेज परिसर में हड़कंप मचा दिया है और प्रशासन पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं. मामले की शिकायत अब सीएम योगी तक भी पहुंच गई है.

क्या है पूरा मामला ? Love Jihad in Lucknow


जानकारी के मुताबिक, पीड़ित महिला डॉक्टर और आरोपी पुरुष डॉक्टर दोनों केजीएमयू में एमडी पैथोलॉजी (MD Pathology) के छात्र हैं. आरोपी डॉक्टर मुस्लिम समुदाय से ताल्लुक रखता है और वह 2023 बैच का रेजिडेंट डॉक्टर है. वहीं पीड़िता 2024 बैच की जूनियर डॉक्टर है. बताया जा रहा है कि दोनों एक-दूसरे को जानते थे लेकिन मामला तब बिगड़ गया जब आरोपी डॉक्टर ने लेडी डॉक्टर पर शादी के लिए धर्म परिवर्तन करने का दबाव बनाना शुरू कर दिया.

इनकार करने पर टॉर्चर और डिप्रेशन


पीड़िता के परिजनों के अनुसार, जब महिला डॉक्टर ने अपना धर्म बदलने से साफ इनकार कर दिया, तो आरोपी डॉक्टर उसे मानसिक रूप से प्रताड़ित (टॉर्चर) करने लगा. सीनियर होने का फायदा उठाते हुए और निजी संबंधों का हवाला देकर उसे लगातार परेशान किया गया. इस लगातार हो रहे उत्पीड़न के कारण लेडी डॉक्टर गहरे अवसाद (डिप्रेशन) में चली गई.मानसिक दबाव इतना बढ़ गया कि बीते 17 दिसंबर को पीड़िता ने हॉस्टल के अपने कमरे में दवाओं का ओवरडोज (Overdose) लेकर अपनी जान देने की कोशिश की. गनीमत रही कि समय रहते इस बात की जानकारी मिल गई और उसकी जान बचा ली गई. केजीएमयू प्रशासन को जब इस घटना की भनक लगी, तो हड़कंप मच गया.

सीएम पोर्टल और महिला आयोग तक पहुंची शिकायत

मामले की गंभीरता को देखते हुए केजीएमयू प्रशासन ने आंतरिक जांच शुरू कर दी है. वहीं, अपनी बेटी के साथ हुए इस अन्याय और टॉर्चर से नाराज परिजनों ने अब न्याय की गुहार लगाई है. पीड़िता के परिवार ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ‘जन सुनवाई पोर्टल’ (IGRS) और ‘राज्य महिला आयोग’ में लिखित शिकायत दर्ज कराई है. उन्होंने आरोपी डॉक्टर के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है. फिलहाल, इस घटना ने लव जिहाद (Love Jihad) और कार्यस्थल पर महिला सुरक्षा जैसे गंभीर मुद्दों को एक बार फिर चर्चा में ला दिया है. Note – हम इस खबर के तथ्यों की पुष्टि नहीं करते हैं। यह खबर मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है।