Alimony Case 365 दिन पुरानी बीवी ने मांगे 1 करोड़ !

Alimony Case देश में तलाक के कई ऐसे मामले सामने आए हैं जब पत्नी को एक बड़ी राशि गुजारा भत्ते के तौर पर दी गई है. ऐसे में सवाल है कि तलाक के मामले में एलिमनी यानी गुजारा भत्ता कैसे तय होता है. सिर्फ 1 साल की शादी के बाद महिला ने सुप्रीम कोर्ट में तलाक की अर्जी देकर 5 करोड़ रुपये एलिमनी की मांग की। कोर्ट ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया दी और कहा कि इतनी बड़ी रकम की मांग जायज नहीं।शादी को सात जन्मों का साथ माना जाता है लेकिन आज के समय एक जन्म में विवाह चल जाए, इसे ही बहुत बड़ी बात मानी जाती है। शादी न चल पाए तो, तुरंत तलाक की नौबत और फिर अन्य समस्याएं।
Alimony Case

सेलिब्रिटीज के बीच तलाक और फिर मोटी एलिमनी मांगने की बात आए दिन सुनने को मिलती रहती है। लेकिन अब आस पास से भी ऐसी खबरे खूब सुनने को मिलती हैं, जहां बीवी पति से तलाक के दौरान भारी एलिमनी की मांग करती है। ऐसा ही एक मामला सुप्रीम कोर्ट में पहुंचा, जहां शादी के सिर्फ 1 साल बाद ही पत्नी ने तलाक की अर्जी दी। साथ ही एलिमनी में इतनी रकम मांग ली कि सुप्रीम कोर्ट ने फटकार लगा दी। आइए जानते हैं कि आखिर क्या है मामला।

 


अमेजन में इंजीनियर पति के तलाक का मामला तब चर्चा का विषय बन गया है जब उसकी पत्नी ने गुजारा भत्ता के लिए 5 करोड़ी की मांग कर दी। सुप्रीम कोर्ट ने कड़ी चेतावनी जारी की और कहा कि अगर ऐसी मांग जारी रहती है तो अदालत बहुत कड़े आदेश दे सकती है। जस्टिस पारदीवाला की पीठ ने कहा कि शादी सिर्फ एक साल चलने पर इतनी बड़ी रकम की मांग जायज नहीं। साथ ही पति के वकील को संबोधित करते हुए कहा है कि पत्नी को वापस बुलाकर गलती करेंगे क्योंकि उसके सपने बहुत बड़े हैं।

कैसे तय होती एलिमनी की राशिपति-पत्नी की इनकम, उनके रहन-सहन का स्तर और वित्तीय स्थिति को ध्यान में रखा जाता है. पति-पत्नी दोनों की आय, निवेश और नेटवर्थ के साथ-साथ व्यक्तियों की वित्तीय जरूरतों को भी ध्यान में रखा जाता है. हालांकि राशि निर्धारित करने का कोई निश्चित फ़ॉर्मूला नहीं है, लेकिन आम तौर पर यह गुजारा भत्ता देने वाले पति-पत्नी की कुल आय का पांचवां हिस्सा से लेकर एक तिहाई तक होता है.