Aokigahara Forest यहाँ क्यों लोग मर जाते हैं ? जंगल का रहस्य

Aokigahara Forest  दुनिया में कुछ ऐसी अजीबोगरीब घटनाएं होतीं, जिनकी लोगों के बीच चर्चा होने लगती है। क्‍या आप जानते हैं कि एक ऐसा जंगल भी है जहां सुकून की तलाश में जाने वाले लोग आत्‍महत्‍या कर लेते हैं. वे उस घने जंगल में इतनी बुरी तरह भ्रमित हो जाते हैं कि उन्‍हें खुदकुशी ही आखिरी विकल्‍प नजर आता है.इस जंगल में अभी तक कई लोगों ने आत्महत्या कर ली है। वहीं इस जंगल को लेकर लोगों में कई तरह की मान्यताएं भी हैं। कुछ लोगों का मानना है कि इस जगह पर भूतों का वास है, जो लोगों को आत्महत्या करने पर मजबूर करते हैं। ये जंगल दुनिया के सबसे पॉप्युलर सुसाइड प्लेसेज में दूसरे नंबर पर है। यह जंगल जापान की राजधानी टोक्यो से सिर्फ कुछ ही घंटे की दूरी पर स्थित है।

आइये इस जंगल के बारे में जानते हैं Aokigahara Forest

Aokigahara Forest

कहां है जगंल?

ऑकीगाहरा जंगल दर्जनों तरह के पेड़ों से भरा होने के कारण बेहद घना है. यहां आने वाले लोग यहीं भटककर अपनी जान दे देते हैं. जापान का ये जंगल ‘सुसाइड फॉरेस्ट’ के नाम से मशहूर है. स्थानीय लोगों का मानना है कि इस जगह पर भूतों का अड्डा है. सेन फ्रांसिस्को के गोल्डन गेट ब्रिज के बाद दुनिया में सबसे ज्यादा आत्महत्या के मामले ऑकिगाहरा जंगल में आए हैं. यहां साल 2013-2015 के बीच 100 से ज्यादा आत्महत्या के मामले आए थे. हालात ऐसे हैं कि अब जापान की सरकार ऑकिगाहरा में होने वाली आत्महत्याओं के आंकड़े जारी नहीं करती है.

जंगल से जुड़ी डरावनी कहानियां
कहा जाता है कि इस जंगल में आत्माओं का वास है। आधिकारिक रिकॉर्ड्स के अनुसार, साल 2003 से इस जंगल में करीब 105 डेडबॉडीज खोजी जा चुकी हैं। इनमें से ज्यादतर बुरी-तरह सड़ चुकी थीं, वहीं कुछ को जंगली जानवरों ने खा लिया था। साथ ही ये भी माना जाता है कि जंगल इतना घना है कि लोग रास्ता भूल जाते हैं और फिर डर की वजह से वो खुद से ही अपनी जान ले लेते हैं।

सबसे ज्यादा हैरान कर देने वाली ये है कि जंगल में कंपास या मोबाइल जैसे उपकरण भी काम नहीं करते हैं। इतना ही नहीं कंपास की सुई भी यहां कभी सही रास्ता नहीं दिखाती। इसका कारण ये बताया जाता है कि ज्वालामुखी से निकलने वाले लावा ने मिट्टी का रूप ले लिया है, जिसमें आयरन भारी मात्रा में होता है। मैग्नेटिक आयरन के चलते कंपास की सुई हर वक्त हिलती रहती है और सही मार्ग नहीं दिखा पाती है।

वहीं मोबाइल में भी नेटवर्क नहीं आता है। इस वजह से अगर कोई फंस जाता है तो जंगल के बाहर संपर्क साधना मुश्किल हो जाता है। जंगल के पास रहने वाले लोगों का कहना है कि रात में जंगल से चीखने की आवाजें आती हैं। कहा जाता है कि इस जंगल में अलग-अलग प्रजातियों के कई पेड़ हैं, जो 300 साल से भी पुराने हैं।