Ashiq Ali कांवड़ यात्रा 2024 के बीच कांवड़ियां लगातार हरिद्वार से गंगा जल भरकर अपने अपने गंतव्य को पहुंच रहे हैं। इस बीच हरिद्वार में गंगा जल भरते समय आए दिन हादसे भी हो रहे हैं। जिसमें कई बार कांवड़ियां फंस रहे हैं। इसके लिए उत्तराखंड पुलिस के एसडीआरएफ के जवान घाटों पर तैनात किए गए हैं। इनमें एक जवान है आशिक अली। जो कि हर मोर्चे पर सबसे पहले जान की बाजी लगाकर कांवड़ियों को बचा रहे हैं।
आशिक अली ने देवदूत बनकर बचाई जान Ashiq Ali
आशिक अली की हरिद्वार पुलिस से लेकर यूपी के पूर्व सीएम और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी जमकर तारीफ की है। अखिलेश ने ट्वीट कर लिखा है कि मोनू सिंह की, आशिक अली ने बचायी जान, यही है असली ख़बर और असली ‘हिंदुस्तान’। बीते 23 जुलाई को 21 साल का मोनू सिंह गंगा की लहरों में फंस गया जिसके बाद SDRF के जवान आशिक अली ने उसे जान पर खेलकर बचाया। कांगड़ा घाट पर कांवड़ यात्रा के दौरान फ़रीदाबाद के पीर बाबा मोहल्ला का रहने वाला युवक मोनू सिंह गंगा में स्नान करते समय नदी के तेज बहाव की चपेट में आ गया और डूबने लगा।
मोनू को डूबते देख घाट पर तैनात जवान आशिक अली ने उसे बचाने के लिए तुरंत गंगा में छलांग लगा दी और मोनू को बचा लिया। आशिक अली कांगड़ा घाट पर तैनात हैं जो आए दिन 4 से 5 कांवड़ियों को इस तरह बचा रहे हैं। मोनू के अलावा कई घटनाओं में आशिक अपनी टीम के साथ कांवड़ियों की जान बचाने में जुटे हैं। इस तरह आशिक अली हर साल क़रीब 40-50 कांवड़ियों की जान बचाते हैं।
एसडीआरएफ के एक जवान आशिक अली ने गंगा में छलांग लगाकर कांवड़िये अरुण राठौर की जान बचाई है। अरुण नहाते समय पानी के बहाव से नदी के बीचों बीच फंस गया। कांवड़ियों की जान बचाने में एसडीआरएफ के जवान आशिक अली अहम भूमिका निभा रहे हैं। उनके वीडियो को उत्तराखंड पुलिस ने शेयर भी किया है। इसके अलावा आशिक ने पांच और कांवड़ियों को डूबने से बचाया है। आशिक अली इससे पहले फरीदाबाद निवासी विजेंद्र सिंह को भी डूबने से बचा चुके हैं। इसको लेकर लोग आशिक की खूब तारीफ कर रहे हैं। एसडीआरएफ से मिली जानकारी के अनुसार आशिक अली ने साल 2012 उत्तराखंड पुलिस ज्वाइन की थी और 2014 में वो एसडीआरएफ में आ गए। साल 2021 से हर साल कांवड़ यात्रा के दौरान उनकी यहां ड्यूटी लगती है। इस तरह वे अब तक 100 से ज्यादा कांवड़ियों की जान बचा चुके हैं।
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