
Bihar Election स्लोगन , हेडलाइंस और पोस्टर पॉलिटिक्स आज हमारे देश की राजनीती में सत्ता के लिए दशा और दिशा की हवा बनाने और जिताऊ हथकंडा बन चुका है। अपने नेता को महान और सबसे अलग बताने के लिए उपमाएं भी कमाल की गढ़ देते हैं ऐसा ही एक स्लोगन अजब गजब बिहार में चर्चा का विषय बन गया है स्लोगन है “तन बदन का नूर ” अब ये कौन है ? क्यों ऐसा कहा जा रहा है आपको आगे खबर में बताते हैं।
पटना की सियासी फिज़ा में नया रंग
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 जैसे-जैसे नजदीक आ रहे हैं, वैसे-वैसे पटना की सियासी फिज़ा में नया रंग चढ़ता जा रहा है। राजधानी के वीरचंद पटेल पथ पर लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) की पोस्टर पॉलिटिक्स ने राजनीतिक हलचल तेज कर दी है। कार्यकर्ताओं द्वारा लगाए गए पोस्टर में पार्टी सुप्रीमो चिराग पासवान को ‘बिहार का कोहिनूर’ बताते हुए साफ लिखा गया है, “बिहार मांगे चिराग, तन बदन का नूर है, चिराग बिहार का कोहिनूर है।” यह स्लोगन न सिर्फ पार्टी कार्यकर्ताओं की जोश दिखाई देता है, बल्कि चिराग को बिहार के भावी मुख्यमंत्री के चेहरे के तौर पर प्रोजेक्ट करने की मंशा भी उजागर करता है। यह पोस्टर लोजपा (रा) के जिला अध्यक्ष इमाम गजाली द्वारा लगवाया गया है।

‘बिहार का कोहिनूर’ टैग लाइन Bihar Election
राजनीतिक जानकारों का मानना है कि चिराग पासवान को ‘कोहिनूर’ की टैगलाइन देना सिर्फ इमेज बिल्डिंग नहीं, बल्कि एनडीए में सीट बंटवारे की बातचीत में दबाव बढ़ाने की रणनीति भी है। खुद चिराग एलान कर चुके हैं कि वे कम से कम 40 सीटों की हिस्सेदारी चाहते हैं। लोकसभा में सभी 5 सीटों की धमाकेदार जीत के बाद, अब एलजेपी (रा) खुद को बिहार में किंगमेकर या किंग दोनों की भूमिका में पेश करने की कोशिश कर रही है। बड़ा सवाल यही है कि भाजपा और अन्य एनडीए दल इस मांग के आगे झुकेंगे या लोजपा (रा) एक बार फिर अकेले चुनावी समर में उतरेगी? अब इंतज़ार कीजिये अगले कुछ दिनों का जब दूसरी पार्टियां भी अजब गजब स्लोगन्स और मुहावरे से बिहार के चुनाव को आकर्षित करते नज़र आएंगे।