इंसान से ज्यादा भैंसे हैं इस द्वीप पर Buffalo Soldiers

यहां की पुलिस गश्त करने के लिए गाड़ी या घोड़ों का नहीं बल्कि एशियाई भैंसों का इस्तेमाल करती है. एशियाई भैंस भारत और दक्षिण पूर्व में पाया जाने वाला एक जानवर है.इन भैंसों के मराजो द्वीप तक पहुंचने की कहानी भी रहस्यमय है. कुछ लोगों का मानना है कि ये तट पर एक जहाज के मलबे से तैरते हुए यहां तक आई, तो कुछ का कहना है कि इन्हें फ्रेंच गुयाना से भागने वाले कैदी लेकर आए थे. ये भैंसें मराजो की उष्णकटिबंधीय जलवायु में खूब पली बढ़ी हैं, जिनकी संख्या अब लगभग 5 लाख है. जबकि द्वीप पर कुल मानव आबादी 4 लाख 40 हजार के करीब है.भैंसो पर गश्त करने का एक कारण इनकी आबादी ज्यादा होने से भी है. यहां ये भैंसे खूब पाई जाती है, और यहां के लोग इनका जमकर फायदा उठाते हैं.

बरसात के मौसम में जानवर आसानी से द्वीप के कीचड़ भरे मैंग्रोव को पार कर सकते हैं।
पुलिस का दावा है कि वे इन परिस्थितियों में इतनी गति प्राप्त कर सकते हैं कि घोड़े या यहां तक कि मोटरसाइकिल भी उसकी बराबरी नहीं कर सकते।
लेकिन भैंस को नियंत्रित करना सीखना कोई आसान काम नहीं है, और अधिकारियों को इसके लिए कई महीनों के लम्बे प्रशिक्षण की आवश्यकता होती है।
“कुछ अनुभवी पुलिस अधिकारियों का कहना है कि भैंसें एक किलोमीटर (0.62 मील) से भी अधिक दूरी से अपराधी को पहचान सकती हैं। लेकिन यह सिर्फ नए लोगों को धोखा देने के लिए किया जाता है।”

मराजो द्वीप पर ही अमेजन नदी अटलांटिक महासागर से मिलती है और यह द्वीप स्विट्जरलैंड के आकार का है। एशियाई भैंसे भारत और दक्षिण पूर्व में पाई जाती हैं। अब आप ये सोच रहे होंगे कि इन भैंसों को मराजो द्वीप पर कैसे पहुंचाया गया। इस सवाल के पीछे कई कहानियां सुनने को मिलती हैं। कई लोगों का मानना है कि ये भैंसे मराजो द्वीप पर एक जहाज के मलबे पर तैरते हुए आईं थी। वहीं, कई लोगों का कहना है कि इन भैंसों को फ्रेंच गुयाना से भागने वाले कैदी लेकर आए थे।आपके लिए हमने यह जानकारी Youtube पर THE MALAYSIAN INSIGHT नाम के चैनल से इकट्ठा की है। इस चैनल पर एक वीडियो में मराजो द्वीप पर भैंसों से गश्त करने वाले पुलिस को दिखाया गया है। वीडियो में देखा जा सकता है कि कैसे मराजो द्वीप पर पुलिस वाले भैंसों पर बैठ कर पेट्रोलिंग कर रहे हैं। वीडियो को खबर लिखे जाने तक हजारों लोगों ने देखा है।