देहरादून से अनीता आशीष तिवारी की रिपोर्ट –
Dehradun Dengue Alert आपदा में मुनाफा तलाश कर तिजोरी भरने वाले स्मार्ट सिटी के बेशर्म अस्पतालों पर शासन के सबसे सख्त विभाग के मुखिया का डंडा जमकर बरस रहा है। जी हाँ एक तरफ प्रदेश में डेंगू से निपटने और लोगों को सुरक्षित रखने के लिए सीएम धामी और स्वास्थ्य सचिव डॉ आर. राजेश कुमार फाइलों से फील्ड तक राहत की राह तलाशने की कोशिशे कर रहे हैं , although वहीँ कुछ मुनाफाखोर हॉस्पिटल्स और पैथोलॉज़ी इसमें भी फायदा तलाश रहे हैं। लेकिन but हेल्थ डिपार्टमेंट की सख्ती ने खौफ और हड़कंप भी जमकर मचा दिया है।
अस्पतालों में ताबड़तोड़ छापे – लापरवाही खुलकर आई सामने Dehradun Dengue Alert
स्वास्थ्य सचिव राजेश कुमार के दो टूक आदेश हैं कि डेंगू के उपचार और जांच में किसी तरह की लापरवाही और मुनाफाखोरी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इसी को अमलीजामा पहनाते हुए दून की डीएम सोनिका भी जमकर पसीना बहा रही है। डेंगू मरीजों के उपचार एवं जांच में लापरवाई पर कड़ी कार्यवाही हो रही है तो वहीँ लैब्स एवं चिकित्सालयों का जिला स्तरीय टीम को रियलिटी चेक करने के आदेश दिए इसी कड़ी में जिला स्तरीय टीम ने सविता गोयल पैथोलॉजी लैब, पेनिसिया हॉस्पिटल, सिनर्जी, चिकित्सा कैलाश चिकित्सालय में गड़बड़ियां मिलने पर सीएमओ की ओर से इनके प्रबन्धकों को कारण बताओ नोटिस ठोंका है।
जिला स्तरीय टीम के मुताबिक सविता गोयल पैथोलॉजी लैब द्वारा एक डेंगू के भर्ती मरीज (बेबी सनाया, 06 वर्ष) की 51,000 प्लेटलेट्स काउंट की रिर्पाेट दी गई थी किन्तु NABL लैब से क्रास चैक करने पर 2. 73 लाख पाई गई है। पैनिशिया अस्पताल एवं पैथोलॉजी लैब में प्लेटलेट्स काउंट का क्रास चैक किया गया है। चिकित्सालय की पैथोलॉजी लैब द्वारा एक डेंगू के भर्ती मरीज (अभिजीत) की 10,000 प्लेटलेट्स काउंट की रिर्पाेट दी गई थी किन्तु but सरकारी लैब से कासचौक करने पर 32,000 पाई गई है। सिनर्जी अस्पताल, चिकित्सालय की पैथोलॉजी लैब द्वारा एक डेंगू के भर्ती मरीज (अजय कुमार) की 19,000 प्लेटलेट्स काउंट की रिर्पाेट दी गई थी किन्तु but सरकारी लैब से क्रास चैक करने पर 30,000 पाई गई है।

कैलाश अस्पताल, एवं पैथोलॉजी लैब में प्लेटलेट्स काउंट का क्रॉसचेक
चिकित्सालय की पैथोलॉजी द्वारा एक डेंगू के भर्ती मरीज (भगत सिंह) की 14,000 प्लेटलेट्स काउंट की रिपोर्ट दी गई थी किन्तु but सरकारी लैब से क्रास चैक करने पर 80,000 पाई गई है। टीम द्वारा निरीक्षण जांच में पाया गया कि लैब्स रिपोर्ट में अनियमिताएं हैं , जिससे मरीजों में घबराहट (Panic) स्थिति और डेंगू जैसे संवेदनशील प्रकरण में लापरवाही है। although लिहाज़ा मुख्य चिकित्साधिकारी ने चिकित्सालयों एवं लैब्स को नोटिस प्रेषित करते हुए तीन दिनों में जवाब तलब किया है।कहा गया कि इनके विरूद्ध Epidemic Diseases Act 1897 के अन्तर्गत कार्यवाही प्रचलन में लायी जायेगी, जिसके लिये सम्बन्धित संस्थाएं स्वयं उत्तरदायी होंगे।
वहीँ अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी, नैदानिक स्थापन डा०एस०एस०रावत, बीएएमएस चिकित्सक 150 अजबपुर चौक देहरादून का औचक निरीक्षण किया गया जिसमें डा० एस०एस०रावत. आयुर्वेदिक चिकित्सक होते हुए ऐलोपैथिक की प्रैक्टिस करते मिले साथ ही इनके द्वारा बड़ी संख्या में ऐलोपैथिक दवाईयों का स्टोर बिना औषधि लाइसेंस लिए हुए किया जा रहा है व इन दवाइयों को मरीजों में बेचा जा रहा था। यहाँ भी नोटिस थमाकर औषधि निरीक्षक मेडिकल पोल्यूसन बोर्ड को संस्थान का निरीक्षण कर उचित कार्यावाही को कहा गया है।
विधान सभा चुनाव के लिए CM धामी हैं तैयार ! https://shininguttarakhandnews.com/one-nation-one-election/