Disaster Rescue आपदा प्रभावितों के लिए विपुल बने सहारा

Disaster rescue तरफ उत्तराखंड में आपदा ने लोगों का जीवन मुश्किल कर दिया है, घर द्वार पशु और व्यापार सब बर्बाद हो गए हैं वहीं प्रदेश की राज्य सरकार भी हर प्रकार से जोर लगाकर आपदाग्रस्त क्षेत्र में लोगों को राहत देने के लिए दिन-रात जुटी हुई है … उत्तरकाशी, चमोली और रुद्रप्रयाग में लोगों को सबसे ज्यादा कुदरत की मार का सामना करना पड़ा है ..ऐसे में लोग बेहाल हैं और किसी अपने की मदद का इंतजार कर रहे हैं इस दुःख की घड़ी में आपदा प्रभावितों के लिए उम्मीद की किरण बनकर सामने आए युवा विपुल, जिन्होंने अपना न सिर्फ घर आपदा ग्रस्त लोगों के लिए खोल दिया बल्कि अब एक मुहिम बनाकर क्षेत्र में दुःखी बेबस लोगों को राहत पहुंचाने के लिए हर संभव प्रयास भी कर रहे हैं
बढ़ाया मदद का हाथ, निजी भवन को बनाया पुनर्वास केंद्र disaster rescue 
आपको बता दें कि चमोली जनपद का नंदा नगर इन दिनों भूस्खलन और भूमि कटाव से जूझ रहा है। हालात इतने गंभीर हो गए हैं कि कई परिवारों के घर उजड़ने की कगार पर हैं। इस कठिन समय में भाजपा युवा मोर्चा के प्रदेश महामंत्री विपुल मैंदोली आगे आए हैं और प्रभावित परिवारों के पुनर्वास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। मैंदोली ने न सिर्फ इस मामले को पार्टी के शीर्ष नेतृत्व तक पहुँचाया है, बल्कि व्यक्तिगत स्तर पर भी एक बड़ी पहल की है।
मैंदोली ने बताया कि उनका घर कुन्तरी लगा फाली, साऊनटनोला में स्थित है, जहाँ पूर्व में डिग्री कॉलेज संचालित होता था। उन्होंने  अपने इस जवाहर भवन को प्रभावित परिवारों के पुनर्वास केंद्र के रूप में उपलब्ध कराने की सहमति दी है। इस संबंध में उन्होंने नायब तहसीलदार नंदानगर से भी बात की है। उन्होंने कहा कि मेरी कोशिश है कि नंदा नगर के हर परिवार को सुरक्षित छत मिले और सम्मानजनक जीवन मिले। यह सिर्फ मेरा नहीं, हम सबका संघर्ष है और हम सब मिलकर इस संकट से बाहर आ जाएंगे..
भूस्खलन से बेघर परिवारों को मिला विपुल मैंदोली का सहारा 
पहाड़ और पहाड़ के लोगों का दर्द समझते हुए जिस तरह से भारतीय जनता पार्टी के युवा नेता विपुल ने लोगों की मदद के लिए आगे बढ़कर प्रयास शुरू किया है वह उन लोगों के लिए एक नजीर है जो मदद तो करना चाहते हैं लेकिन उन्हें रास्ता नहीं सूझता है.. ऐसे में अगर पहाड़ के लोग ही पहाड़ के लोगों की जिंदगी और मुसीबत को बांटने का प्रयास करेंगे तो इसमें कोई दो राय नहीं की उत्तराखंड आपदाग्रस्त होने के बावजूद ऐसे युवाओं के हौसलों और कोशिशें से फिर उठ खड़ा होगा हमें इन युवाओं से सबक लेना चाहिए और अपने प्रदेश के लोगों की मदद के लिए आगे आना चाहिए..