देहरादून से अनीता तिवारी की रिपोर्ट –
Harish Rawat Sanyog हरदा लिखते हैं कि — मैं “#संयोग” शीर्षक के साथ अपने जीवन से जुड़ी कुछ घटनाओं पर लिखना चाहता हूं, उस संकलन का नाम मैं “संयोग” रखना चाहता हूं। यूं प्रत्येक व्यक्ति के जीवन में “संयोग” का बहुत बड़ा योगदान होता है, लेकिन मेरे जीवन में संयोग ने हमेशा एक सार्थक और कुछ सीमा तक आश्चर्य में डालने वाला योगदान दिया है।
Harish Rawat Sanyog उत्तराखंडियत के बाद एक नया मिशन है संयोग

- Harish Rawat Sanyog यूं तो लखनऊ विश्वविद्यालय के अध्ययन से लेकर ब्लॉक प्रमुख बनना और फिर युवक कांग्रेस का जिलाध्यक्ष, प्रदेश युवा कांग्रेस का महामंत्री, लोकसभा का सदस्य बनने तक बहुत सारे घटनाक्रम रहे जिन्हें “संयोग” ही कहा जा सकता है, जिनका मेरे जीवन में बड़ा महत्वपूर्ण योगदान है। लोकसभा सदस्य बनने के बाद फिर कई ऐसे संयोग आये जिन पर मैं कुछ अवश्य लिखना चाहूंगा। एक संयोग है, जकार्ता इंडोनेशिया में वार्नूम सम्मेलन में स्व. श्री राजेश पायलट जी के साथ प्रतिभाग करना।
- Harish Rawat Sanyog कैलाश मानसरोवर यात्रा के पुनः प्रारंभ होने पर मैं पहले दल के यात्री के रूप में मेरा मनोनयन। वर्षों के प्रतिबंध के बाद पहली बार नेपाली कांग्रेस के ओवरग्राउंड अधिवेशन में भारतीय दल का नेतृत्व करना। राजभाषा उपसमिति के माननीय सदस्य श्री अटल बिहारी बाजपेई जी थे, सदस्य बनना। श्री नरसिम्हा राव जी के प्रधानमंत्री बनने के बाद फूड एफसीआई की चेयरमैनशिप के बजाय सेवादल के उपाध्यक्ष पद को चुनना।
- Harish Rawat Sanyog चिन्यालीसौड़ उत्तरकाशी की अपनी यात्रा के दौरान केंद्रीय मंत्री परिषद में सम्मिलित होने का निमंत्रण, यह कुछ ऐसी संयोगपूर्ण घटनाएं हैं। जिन पर मैं कुछ लिखना चाहूंगा। देखना दिलचस्प होगा कि बड़ी साफगोई और बेबाकी से चुटीले अंदाज़ में अपनी बात कहने के माहिर हरदा जब संयोग के कागज़ पर रहस्यों का जिक्र करेंगे तो उसमे क्या क्या अनसुने अनजाने खुलासे होंगे
अब सेंगोल ला रही मोदी सरकार ! https://shininguttarakhandnews.com/history-of-sengol-history/