Holi Tradition भारत में होली के दौरान महाराष्ट्र के बीड जिले में एक अनोखी परंपरा निभाई जाती है, जिसमें दामाद को गधे पर बैठाकर गांव में घुमाया जाता है. ये परंपरा एक मजेदार कहानी से जुड़ी हुई है, जिसमें पहले दामाद ने रंग लगाने से मना कर दिया था. इस रस्म के दौरान दामाद को खास सम्मान, रंग, कपड़े और गिफ्ट दिए जाते हैं.
होली का त्योहार भारत में धूमधाम से मनाया जाता है. 14 मार्च को होने वाली इस होली में लोग होली की रंगीनियों में रंगने के लिए तैयार हो गए हैं. हालांकि, होली पर मनाई जाने वाली परंपराएं हमेशा से ही अनोखी और दिलचस्प रही हैं. खासकर भारत के कुछ हिस्सों में होली के दौरान अजीबोगरीब रस्मों का पालन किया जाता है. इन रस्मों में से एक महाराष्ट्र के बीड जिले में निभाई जाने वाली परंपरा है, जहां दामाद को गधे पर बैठाकर पूरे गांव में घुमाया जाता है.
हर साल, होली के मौके पर महाराष्ट्र के बीड जिले में एक अजीब सी परंपरा(Holi Tradition) निभाई जाती है, जहां नवदामाद को सबसे पहले रंग लगाया जाता है और फिर गधे पर बैठाकर पूरे गांव में घुमाया जाता है. ये परंपरा बीड जिले के कुछ गांवों में विशेष रूप से मनाई जाती है, जहां दामाद को इस तरह के अनोखे तरीके से सम्मानित किया जाता है. ये रस्म होली के रंगों के बीच कुछ अलग तरह की मस्ती और आनंद दे जाती हैं और दामाद के साथ गांववाले भी इसे बड़े उत्साह के साथ मनाते हैं.
इस परंपरा की दिलचस्प कहानी
बीड जिले की इस परंपरा(Holi Tradition) के पीछे एक मजेदार और दिलचस्प कहानी भी है. बताया जाता है कि कुछ दशक पहले येवता गांव में एक परिवार के दामाद ने होली के दिन रंग लगवाने से इंकार कर दिया था. इस पर गुस्साए ससुर ने एक गधे को अच्छे से सजाकर उसे पूरे गांव में घुमाया और दामाद को रंग लगवाने के लिए मजबूर किया. उसके बाद से ये परंपरा शुरू हो गई और तब से अब तक इस रस्म को हर साल निभाया जाता है.इस रस्म के दौरान, दामाद को खास सम्मान और आवभगत मिलती है. सबसे पहले उसे रंग लगाया जाता है, फिर गधे पर बैठाकर पूरे गांव में घुमाया जाता है. इस दौरान दामाद को उसकी पसंद के कपड़े और सोने की अंगूठी भी दी जाती है. इस प्रकार दामाद को एक विशेष तरीके से सम्मानित किया जाता है.