human trafficking ये खबर भले ही आपको अजीब लगे लेकिन ये आइना है आज के भद्दे सच का , ये कड़वी हकीकत है शर्मसार करने वाली इंसानियत की , आप कहीं के रहने वाले हों लेकिन अगर इंडियन है तो खबर आपके लिए एक सर्तक रहने की जानकारी है। दरअसल कोलबाता और मुम्बई से दो किशोरियों को खरीद कर देह व्यापार से जुड़े कारोबारी आगरा के ताजगंज के बसई खुर्द इलाके में लेकर आए थे। यहां ऑलीशान कोठी के अंदर उन्हें रखा गया था। घर के बाहर लिखा था, ये फैमिली हाउस है पर अंदर देह व्यापार संचालित हो रहा है। पुलिस चौकी करीब होने के बाद भी इलाकाई पुलिस बेखबर थी। सोमवार को दिल्ली की फ्रीडम फर्म एनजीओ स्थानीय थाने पहुंची और पुलिस की मदद से घर पर छापा मारा। इस दौरान कई जोड़े रंगरेलियां मनाते हुए पकड़े गए। साथ ही दोनों किशोरियों के अलावा 6 को मुक्त कराया गया। 2 देह व्यापार संचालिकाएं और 8 ग्राहकों को पुलिस ने अरेस्ट कर लिया। मकान में बने अड्डे से बड़ी मात्रा में आपत्तिजनक वस्तुएं बरामद हुई हैं।
ऑलीशान कोठी में ‘गुटरगू’ का कारोबार human trafficking
दरअसल, कालकाता और मुम्बई से दो लड़कियां अपने घर से लापता हो गई थीं। परिवारवालों ने पुलिस में गुमशुदगी दर्ज करवाई थी। मामले की जानकारी दिल्ली की संस्था फ्रीडम फर्म को हुई। संस्था ने सोमवार शाम आगरा पुलिस कमिश्नरेट पुलिस अधिकारियों से संपर्क करके बताया कि ताजगंज थाना क्षेत्र में बसई खुर्द स्थित मुकुंद विहार में दो किशोरियों को बंधक बना जबरन देह व्यापार कराया जा र रहा है। इस पर ताजगंज थाना पुलिस ने सोमवार रात करीब सात बजे ताजगंज पुलिस, मानव तस्करी निरोधक थाना की टीम ने मकान में छापा मारा। पुलिस की छापामार कार्रवाई से भगदड़ मच गई। पुलिस ने मकान से दो नाबालिग समेत 4 महिलाओं को मुक्त कराया। इसके साथ ही पुलिस ने देह व्यापार कराने वाली दो महिलाओं और आठ पुरुषों को गिरफ्तार कर लिया है। पकड़े गए पुरुष लड़कियों के साथ रंगरेलियां मना रहे थे।
महिला और उसकी बहू चला रही थी करोबार
पुलिस की पूछताछ में पता चला कि वृद्धा देह व्यापार करा रही थी। इसमें उसका सहयोग रिश्तेदार महिला और बहू कर रही थीं। दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया। वृद्धा को अभी नहीं पकड़ा गया है। पुलिस ने बताया कि मुख्य संचालिका की बहू और रिश्तेदार ग्राहकों को बुलाया करती थीं। इसके लिए उसके मोबाइल पर लोगों के कॉल आते थे। वह व्हाट्सएप पर लड़कियों के फोटो भेजा करती थीं। किशोरी के लिए 2500 तो महिलाओं के लिए 1000 रुपये तक वसूले जाते थे। रिक्शा और ऑटो चालक भी ग्राहक लेकर आते थे। दोनों महिलाएं चौकी से चंद कदम की दूरी पर अपना कारोबार चला रही थीं। बताया जा रहा है कि देह व्यापार में दूसरे शहरों के कुछ लोग भी जुड़े हुए हैं।
लड़कियों को घर के अंदर रखा जाता था बंद
पुलिस की पूछताछ में किशोरियों ने खुलासा कि देह व्यापार का विरोध करने पर मारपीट की जाती थी। उन्हें भूखा रखा जाता था। घर से बाहर नहीं निकलने दिया जाता था। पुलिस को घर की तलाशी में शराब की बोतलें और बीयर की केन समेत अन्य आपत्तिजनक वस्तुएं बरामद हुईं हैं। एसीपी सुकन्या शर्मा ने बताया कि पुलिस टीमों ने जिस घर में एक साथ छापेमारी की. उस घर की दीवार पर एक पोस्टर चस्पा थे। जिन पर लिखा था कि ‘यह फैमिली घर है। जबकि मकान में देह व्यापार कराया जा रहा था। एसीपी डॉ. सुकन्या शर्मा ने बताया कि घर से 8 ग्राहक, 4 महिलाओं के साथ दो किशोरियां मिलीं। मामले की जांच कराई जा रही है। 4 महिलाओं के साथ ही दो नागालिकों को मुक्त करा लिया गया है। आगे की कार्रवाई जारी है।
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