jhanda mela 2024 भारत मेलों, त्योहारों, दावतों और उत्सवों का देश है। उत्तर भारत के प्रसिद्ध मेलों में से एक है देहरादून का झंडा मेला। यह मेला श्री गुरु राम राय जी के जन्मदिन चैत्र के पांचवें दिन (होली से पांचवां दिन) शुरू होता है। यह गुरु महाराज का जन्मदिन होने के साथ-साथ उनके दून आगमन का दिन भी माना जाता है। संवत 1733 (1676 ई.) में उसी दिन उनके सम्मान में महान अवसर मनाया गया और तब से उनकी पवित्र स्मृति को मनाने के लिए हर साल उस दिन झंडा जी फहराया जाता है।
दून के ऐतिहासिक श्री झण्डे जी महोत्सव का आगाज हो चुका है। देश विदेश से आई संगतें श्री झण्डे जी आरोहण का साक्षी बनकर अपने अपने गृह जनपदों को लौट चुकी हैं। अब देहरादून व आसपास के क्षेत्रों से श्रद्धालु श्री झण्डे जी पर माथा टेकने पहुंच रहे हैं और मेले की रौनक में चार चांद लगा रहे हैं। भारी संख्या में दून व आसपास के क्षेत्रों से श्रद्धालु श्री दरबार साहिब पहुंच रहे हैं और पुण्य अर्जित कर रहे हैं। उन्होंने श्री दरबार साहिब एवम् श्री झण्डे जी पर माथा टेका और मनौतियां मांगी। श्री दरबार साहिब के सज्जादा गद्दी नशीन श्रीमहंत देवेन्द्र दास जी महाराज ने उन्हें दर्शन दिए और आशीर्वाद दिया।
अब नगरवासी बढ़ा रहे श्री झण्डे जी महोत्सव की रौनक jhanda mela 2024
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श्री दरबार साहिब के इतिहास के साथ देहरादून के नाम का इतिहास भी छिपा हुआ है। देश विदेश की संगतों के साथ साथ दूनवासियों की भी श्री दरबार साहिब एवम् श्री झण्डा साहिब पर अटूट आस्था है। श्री झण्डे जी आरोहण के बाद देहरादून नगर व आसपास के क्षेत्रों से भारी संख्या में श्रद्धालु श्री दरबार साहिब एवम् श्री झण्डे जी पर माथा टेकने पहुंचते हैं। श्री झण्डे जी महोत्सव के उपलक्ष्य में लगा बाजार इन दिनों दूनवासियों से गुलजार है। पिछले तीन दिनों से मेले में तिल भर रखने की भी जगह नहीं है। मेले में आए व्यापारियों के चेहरे खिले हुए हैं। मेले की शाॅपिंग का एक अलग ही आनंद है मेले में लगे झूले आगन्तुकों को रोमांचित कर रहे हैं।
श्री दरबार साहिब स्थित पवित्र सरोवर जीर्णोद्धार के बाद और भी खूबसूरत हो गया है। रात के समय पवित्र सरोवर की आभा देखते ही बन रही है। आकर्षक रोशनी की चकाचैंध ने पवित्र सरोवर की आभा को अद्भुत, अतुलनीय बना दिया है। क्या बड़ा क्या छोटा हर कोई पवित्र सरोवर के आसपास खड़ा होकर फोटो खींचने को लालाइत दिख रहा है। बड़ों के साथ बच्चों के लिए भी मेला आकर्षण का विशेष केन्द्र बना हुआ है। मेले में लगी दुकानों में महिलाओं बच्चों सहित हर वर्ग के जरूरत का सामान उपलब्ध है। शाम के समय भारी संख्या में श्रद्धालु मेला स्थल पर पहुंचकर मेले का आनन्द उठा रहे हैं।
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