Jim Corbett guide उत्तराखंड के जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क में महिलाओं के गाड़ियां चलाने पर वन मंत्री सुबोध उनियाल का कहना है कि महिलाओं को जिन गाड़ियों को चलाने की ट्रेनिंग दी गई थी. कंपनी ने उन गाड़ियों को बनाना बंद कर दिया है. उनियाल ने कहा कि जब गाड़ियां ही नहीं होंगी तो महिलाएं कैसे कॉर्बेट पार्क में गाड़ियां चलाएंगी.आपको यहाँ याद दिला दें कि पूर्व सीएम तीरथ सिंह रावत ने अपने छोटे से कार्यकाल में इस प्लानिंग की घोषणा की थी। महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा था कि कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में महिलाओं को भी भागीदारी दी जाएगी.
महिलाओं को सीएम धामी से उम्मीद Jim Corbett guide

दावा था कि महिलाएं भी कॉर्बेट नेशनल पार्क में पर्यटकों को सफारी कराएंगी. इसके लिए महिलाओं को जिप्सी चलाने की ट्रेनिंग भी दी गई थी. लगभग 50 महिलाओं को यह ट्रेनिंग दी गई थी जिसमें महिलाओं को जिप्सी चलाना सिखाया गया था और महिलाओं को किस तरह से पर्यटकों के साथ व्यवहार करना है इस बात की भी ट्रेनिंग दी गई थी.घोषणा को बीते लगभग 3 साल हो चुके हैं, लेकिन अभी तक महिलाओं को न तो कॉर्बेट नेशनल पार्क में गाड़ी चलाने का मौका मिला है न ही उन्हें कोई आश्वासन मिल पाया है. ऐसे में अब वन मंत्री सुबोध उनियाल का ये बयान उस घोषणा पर फुल स्टॉप लगाता है।
महिलाओं ने दी आंदोलन की चेतावनी
लेकिन इस मुद्दे पर अब प्रभावित ट्रेंड महिलाओं का कहना है कि उन्हें आश्वासन दिया गया था कि जब तक गाड़ियां नहीं मिलती हैं तब तक उन्हें कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में नेचर गाइड के रूप में रखा जाएगा, लेकिन ऐसा भी नहीं हो पाया है. इससे महिलाएं अब वन विभाग और सरकार के खिलाफ आंदोलन करने के लिए मज़बूर हैं। मतलब साफ़ है कि एक तरफ संसद में महिलाओं को भागीदार बनाया जा रहा है तो वहीँ पहाड़ की महिलाओं को योजनाओं से दूर किया जा रहा है। देखना होगा कि इस मुद्दे पर अब धामी सरकार क्या फैसला लेगी।
CM धामी के जुनूनी IAS के 72 घंटे की संकल्प यात्रा !!! https://shininguttarakhandnews.com/amazing-bureaucrat/