
लेकिन सवाल दोनों तरफ है कि क्या पीएम मोदी की भावनाओं से सीधे जुड़े केदारनाथ सीट को भाजपा बचा सकेगी ? क्योंकि उम्मीदवारों की लिस्ट लम्बी है लेकिन दिवंगत शैला रानी रावत की बेटी जो कुछ समय से सोशल मीडिया में खुद को शैलपुत्री ऐश्वर्या रावत के रूप में लांच करते हुए अचानक क्षेत्र में सक्रिय हो गयी है उसे देख लगता है जैसे पार्टी ने उन्हें अंदर ही अंदर हरी झंडी दिखा दी है। ऐसे में सहानुभूति की लहर में भाजपा जीत की राह आसान बनाना चाहती है।
केदार वासियों के लिए समर्पित है सरकार – धामी Kedarnath Byelection

केदारनाथ की विधायक शैलारानी रावत के निधन के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने केदारनाथ विधानसभा क्षेत्र की जनता से वादा करते हुए कहा कि जब तक आपका विधायक नहीं बनता तब तक मैं ख़ुद वहाँ का विधायक बनकर काम करूँगा। मुख्यमंत्री ने अपने वादे के अनुरूप केदारघाटी समेत, तल्ला नागपुर, कालीमठ घाटी, मध्यमहेश्वर घाटी के लिए भी विभिन्न विकास योजनाओं की ना सिर्फ घोषणा की है बल्कि उन पर कार्य भी शुरू कर दिया है।

मुख्यमंत्री के निर्देशों के क्रम में केदारनाथ विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत जनपद रुद्रप्रयाग के विकासखंड ऊखीमठ में गुप्तकाशी-जाखधार-त्यूडी मोटर मार्ग से देवर मोटरमार्ग के 8.5 किमी सुंदरीकरण एवं डामरीकरण कार्य के लिए 4 करोड़ 71 लाख की स्वीकृति दी गई है। इसके अतिरिक्त विकासखंड अगस्त्यमुनि के अंदर गढ़ी से धर्तोलिया मोटरमार्ग के 4.5 किमी सुधारीकरण एवं डामरीकरण कार्य के लिए 3 करोड़ 68 लाख की स्वीकृति दी है।लगभग 92 हजार मतदाताओं वाले इस क्षेत्र में उपचुनाव होना है और सूत्रों के अनुसार चुनाव की अधिसूचना कुछ घंटों में भी जारी हो सकती है। भाजपा किसी भी स्तर पर कमी नहीं रखना चाहती, इसलिए कैबिनेट मंत्री, विधायक गांव-गांव में एक-एक मतदाता से संपर्क कर रहे हैं।
मंत्री सौरभ बहुगुणा की लोकप्रियता बनेगी ट्रंप कार्ड
वहीँ लम्बे समय से भाजपा के लिए प्रदेश के कई चुनाव में गुडलक साबित हो चुके टीम धामी के सबसे सक्रिय और लोकप्रिय कैबिनेट मिनिस्टर सौरभ बहुगुणा एक बार फिर केदारनाथ जीत में बड़ी भूमिका निभा सकते हैं , क्योंकि बीते कई महीनो से खुद मंत्री सौरभ क्षेत्र में सक्रिय हैं और गाँव गाँव दौरे कर रहे हैं। यही नहीं मंत्री सौरभ ने जिस तरह से केदारनाथ यात्रा के दौरान खुद यात्रा मार्ग पर मोर्चा सम्हाल कर स्थानीय व्यवसायियों और नागरिकों के बीच सरकार , पार्टी और अपनी पकड़ मजबूत की है वो आने वाले उपचुनाव में पार्टी के लिए बड़ा फायदा पहुंचा सकती है।
