Lungs Health Tips आहें भरना, आपने यह शब्द कई बार सुना होगा। जब भी हम उदास होते हैं, चिंता करते हैं या खुश भी होते हैं, तो आहें भरते हैं। इसका मतलब होता है कि लंबी-लंबी और गहरी सांसें लेना। गहरी सांसें भरना हमारी ओवरऑल हेल्थ के लिए अच्छा होता है लेकिन इससे हमारे फेफड़े मजबूत होते हैं, इस बारे में पुष्टि करती है यह नई रिसर्च। जी हां, शोधकर्ता इस बात की पुष्टि करते हैं कि इस प्रक्रिया से सांस लेने से फेफड़ों की लाइफ बढ़ जाती है। आइए जानते हैं इस बारे में सब कुछ।
कहां हुई है रिसर्च ? Lungs Health Tips
यह रिसर्च स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों द्वारा की गई है। शोधकर्ता बताते हैं कि तनाव में तेज सांसें लेने से फेफड़ों में कार्बन डाइऑक्साइड भर जाता है, जो शरीर के लिए हानिकारक है। वहीं, अगर हम आहें भरते हैं, तो इससे ऑक्सीजन का स्तर बढ़ता है। ऑक्सीजन सप्लाई बेहतर होने से ब्लड सर्कुलेशन सही रहता है और दिल की कार्यक्षमता बढ़ती है। गहरी सांसें लेने से फेफड़ों की थैलियां फैलती हैं, जिससे धड़कनें भी नियंत्रित होती हैं। रिसर्च में इस बात का खुलासा हुआ है कि सांस लेने का यह तरीका पॉजिटिविटी और मेंटल हेल्थ को भी इंप्रूव करता है।
कैसे भरें आहें?
इसके लिए आपको सबसे पहले नाक से लंबी सांसें खींचनी होगी, जब तक सांस खींच सकते हैं, खींच लें फिर रुक जाएं और फिर 1 बार हल्की सांस लें। अब धीरे-धीरे मुंह से सांसों को बाहर छोड़ दें।
क्या लाभ मिलेगा ?
गहरी सांसें दिमागी संतुलन बनाए रखती हैं।
इस तरह सांस लेने से स्ट्रेस कम होता है और एंग्जाइटी भी कम होती है।
सांसें लेने से हार्ट हेल्दी रहता है।
आहें भरने से लंग्स मजबूत होते हैं।
आहें भरने से खून का संचार भी बढ़िया होता है।