Mahakumbh Stampede मौनी अमावस्या के मौके पर प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में देर रात भगदड़ मच गई, जिसके चलते होने वाले शाही स्नान अब देर से शुरू होंगे. मेला प्रशासन ने स्थिति पर काबू पा लिया है. घटना की जानकारी सीएम योगी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फोन पर बात करके दी है.बता दें कि महाकुंभ में मची भगदड़ के बारे में प्रधानमंत्री मोदी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से हालात की जानकारी ली है और तत्काल मदद के निर्देश दिए हैं. इसके बाद केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भी सीएम योगी से बात कर हालात का जायजा लिया. उन्होंने केंद्र से हरसंभव मदद का आश्वासन दिया.
यह हादसा रात 2 बजे के करीब हुआ. संगम नोज पर अचानक भगदड़ मच गई, जिसके बाद ये हादसा हुआ. घायलों का इलाज मेला क्षेत्र के सेक्टर 2 में बने केंद्रीय अस्पताल में किया जा रहा है.अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रविंद्र पुरी की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार, सभी अखाड़े थोड़ी देर में स्नान करेंगे. अमृत स्नान को रद्द नहीं किया गया है. अभी भीड़ के कम होने का इंतजार किया जा रहा है. भीड़ कम होने पर सभी 13 अखाड़े शाही स्नान करेंगे. मेला जिला अधिकारी विजय किरण मीणा ने कहा है कि सुबह 10 बजे से अखाड़ों का अमृत स्नान शुरू हो जाएगा.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को मौनी अमावस्या पर्व पर भगदड़ मचने के बाद श्रद्धालुओं से अपील की है कि किसी भी प्रकार की अफवाह पर ध्यान न दें.मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से जारी पोस्ट में कहा गया, “श्रद्धालुओं से अपील है कि – मां गंगा के जिस घाट के समीप हैं, वहीं स्नान करें, संगम नोज की ओर जाने का प्रयास न करें. प्रशासन के निर्देशों का अनुपालन करें, व्यवस्था बनाने में सहयोग करें. किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें.”
पीएम ने सीएम से फोन पर की बात Mahakumbh Stampede
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से फोन पर बात कर घटना की जानकारी ली थी. प्रधानमंत्री प्रयागराज में मची भगदड़ पर करीब से नजर बनाए हुए हैं. उधर, केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जेपी नड्डा ने भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से इस भगदड़ के संबंध में बात की. उन्होंने सभी घायलों को हर प्रकार की चिकित्सा सुविधा देने का आश्वासन दिया.बता दें कि प्रयागराज में महाकुंभ के दौरान बुधवार को मौनी अमावस्या के दिन भगदड़ मच गई. इस हादसे में करीब 30 महिलाएं घायल हो गईं, जो संगम में स्नान करने के लिए जा रही थीं.
यह घटना पवित्र स्नान के लिए लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ के बीच हुई, जिसके कारण अखाड़ों को कुछ समय के लिए अपना कार्यक्रम रोकना पड़ा. गंगा, यमुना और पौराणिक सरस्वती नदियों के पवित्र संगम से लगभग एक किलोमीटर दूर उस समय अफरा-तफरी मच गई, जब बैरिकेड्स टूट गए और इसके कारण भीड़ में भगदड़ मच गई.
लोगों के कुचलने से कई महिलाएं बेहोश हो गईं. घायलों को तुरंत महाकुंभ मेला क्षेत्र के पास के अस्पताल में भेजा गया, जबकि कुछ गंभीर रूप से घायल महिलाओं को इलाज के लिए बेली अस्पताल और स्वरूप रानी मेडिकल कॉलेज भेजा गया.