क्या होता है पॉश एक्ट Posh Act Details

यहां पर महिलाओं के आए नए पॉश एक्ट के बारे में बात करें तो, यह वर्किंग प्लेस पर काम करने वाली महिलाओं के लिए है जो ऑफिस के दौरान महिलाओं के साथ सुरक्षित माहौल बना रहें इसे स्पष्ट करता है। साल 2013 में इस पॉश एक्ट को लाया गया था जिसमें काम करने की जगह पर महिलाओं के साथ होने वाले सेक्सुअल हैरेसमेंट को रोकने के लिए जरूरी था। Posh Act Details के जरिए महिलाएं अपने साथ ऑफिस में हो रही यौन शोषण की घटनाओं पर एक्शन ले सकती है तो उनके खिलाफ शिकायत करना भी इस एक्ट में आसान है।
एक्ट में 50 फीसदी महिलाओं का होना है जरूरी
आपको बताते चलें, महिलाओं के लिए यह पॉश एक्ट बनाया गया है इसमें बनाई कमेटी में 50 महिलाओं की सदस्यता जरूरी होती है। लेकिन but एक्ट के जरिए घटना के 90 दिन के भीतर शिकायत दर्ज करना होता है जो इंटरनल कमेटी या फिर पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई जा सकती है। इसके लिए इंटरनल कमेटी को 10 दिन में अपनी जांच रिपोर्ट कंपनी को देनी होती है और दोषी पाए जाने पर कंपनी आरोपी को सजा देती है।
जानें कौन सी घटनाएं आती है इस एक्ट में Posh Act Details
फिजिकल कॉन्टैक्ट या किसी को भी गलत तरीके से छूना, इशारे करना, शारीरिक रूप से असहज महसूस कराना
किसी भी तरह के सेक्सुअल फेवर मांगना
किसी भी तरह का सेक्सुअल रिमार्क करना
पोर्नोग्राफी से जुड़े फोटोज या वीडियो भेजना
वाह ! इंस्टाग्राम से दून पुलिस ने बरामद की नाबालिग लड़की ! https://shininguttarakhandnews.com/dehradun-smart-police/