देहरादून से आशीष तिवारी की रिपोर्ट –
Psychotropic Medicines मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के “नशामुक्त उत्तराखंड” अभियान को सख़्ती से लागू करने में फुल एक्शन मोड में हैं हेल्थ सेक्रटरी डॉ. आर. राजेश कुमार , यही वजह है कि खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग ताबड़तोड़ कार्यवाही करता नज़र आ रहा है। इसी कड़ी में आज 5 थोक औषधि विक्रेताओं के परिसरों पर टीम ने सर्जिकल स्ट्राइक करते हुए फर्म के भीतर मनः प्रभावी औषधियाँ (Psychotropic Medicines) अवैध रूप से स्टोर पकड़ा। चूंकि फर्म स्वामी मौके पर उपस्थित नहीं था, लिहाजा औषधियों को सील करते हुए क्रय-विक्रय पर रोक लगाते हुए फर्म को सील कर दिया गया।
“नशा मुक्त उत्तराखंड अभियान” में बड़ी कार्रवाई Psychotropic Medicines
स्वास्थ्य सचिव एवं आयुक्त खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन डॉ. आर. राजेश कुमार ने कहा की मुख्यमंत्री की मंशा के अनुरूप राज्य को नशामुक्त और औषधीय दुरुपयोग से मुक्त बनाना हमारी प्राथमिकता है। औषधि विभाग को निर्देशित किया गया है कि मियाद समाप्ति दवाओं, अवैध औषधि भंडारण और बिना लाइसेंस संचालन जैसे मामलों में बिल्कुल भी ढिलाई न बरती जाए। जो भी फर्में नियमों का उल्लंघन करती पाई जाएंगी, उनके विरुद्ध कठोर विधिक कार्रवाई की जाएगी। डॉ. आर. राजेश कुमार ने आगे कहा कि औषधि व्यापारियों को पहले भी मियाद समाप्त औषधियों के उचित निस्तारण के स्पष्ट निर्देश दिए जा चुके हैं, और विभाग इस दिशा में निरंतर कार्य कर रहा है।
मामलों में बिल्कुल भी ढिलाई न बरती जाए – डॉ. आर. राजेश कुमार
खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग की औषधि निरीक्षकों की टीम ने सी-5 टर्नर रोड, देहरादून स्थित एक प्लॉट में मियाद समाप्त औषधियों के अवैध निस्तारण की सूचना पर छापेमारी की। मौके से फेंकी हुई औषधियाँ बरामद कर उन्हें तत्काल नष्ट किया गया, और इस कार्य में संलिप्त व्यक्ति/फर्म की पहचान की जा रही है। जैसे ही संलिप्त पक्ष की पुष्टि होगी, उनके विरुद्ध कठोर दंडात्मक कार्यवाही की जाएगी।
गुणवत्ता जांच हेतु तीन औषधियों के नमूने लिए गए
निरीक्षण टीम द्वारा मौके से तीन औषधियों के गुणवत्ता परीक्षण हेतु नमूने भी लिए गए हैं, जिन्हें प्रयोगशाला भेजा गया है। रिपोर्ट के आधार पर आवश्यक विधिक कार्रवाई की जाएगी। निरीक्षण दल में मानेंद्र सिंह राणा, औषधि निरीक्षक, देहरादून (टीम लीडर), विनोद जगुड़ी, औषधि निरीक्षक, निधि रतूड़ी, औषधि निरीक्षक शामिल रहे।
साढ़े तीन लाख ट्रामाडोल टैबलेट्स ज़ब्त
हरिद्वार में वरिष्ठ औषधि निरीक्षक अनीता भारती ने टीम के साथ छापामार कार्रवाई करते हुए लगभग साढ़े तीन लाख ट्रामाडोल टैबलेट्स के निर्माण से पहले ही उसकी ए.पी.आई. (API – सक्रिय औषधीय घटक) को ज़ब्त कर लिया गया, जिससे एक बड़ी आपराधिक आपूर्ति श्रृंखला समय रहते रोकी जा सकी। इस सघन कार्रवाई के चलते पंजाब राज्य में सप्लाई हो रही ट्रामाडोल की बड़ी खेप भी जब्त की जा सकी। इसी क्रम में पंजाब पुलिस को अग्रिम सूचना देते हुए अनीता भारती द्वारा अपनी टीम के साथ हरिद्वार स्थित लूसेंट बायोटेक प्राइवेट लिमिटेड (Lucent Biotech Pvt. Ltd.) में संयुक्त छापेमारी की गई। यह कार्रवाई उस महत्वपूर्ण सुराग के आधार पर की गई, जिसमें पंजाब में 70,000 ट्रामाडोल टैबलेट्स जब्त की गई थीं, जिनका निर्माण लूसेंट बायोटेक द्वारा किया गया था। उक्त टैबलेट्स से संबंधित जानकारियाँ एकत्र करने हेतु यह संयुक्त कार्रवाई अत्यंत आवश्यक थी।