
SADS Awareness अचानक एक रात उसके घर मौत आ गयी वो भी दबे पाँव बिना किसी संभावना के … और फिर 31 साल की रूबी की अचानक मौत होने से उसका पति हिल गया। कहानी भले ही इंग्लैंड के बर्स्टल की है लेकिन आपको भी जरूर सावधान हो जाना चाहिए। 34 साल के डेल लॉकवुड जब काम से घर लौटा तो देखा कि उसकी पत्नी बिस्तर पर बेसुध पड़ी है। शुरुआत में लगा कि यह कोई मजाक है, क्योंकि रूबी का सेंस ऑफ ह्यूमर भी थोड़ा डार्क था। लेकिन कुछ पल बाद पता चला कि उसकी पत्नी इस दुनिया में नहीं हैं। घटना अक्टूबर 2023 की है। डॉक्टरों ने शुरुआत में पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हाइपरट्रॉफिक कार्डियोमायोपैथी (हृदय की मांसपेशियों का मोटा हो जाना) को कारण बताया, लेकिन अगस्त 2024 में यह पुष्टि हुई कि रूबी की मौत सडन एरिदमिक डेथ सिंड्रोम (SADS) की वजह से हुई।
सोते हुए उसकी सांस हमेशा के लिए बंद हो गई SADS Awareness
मीडिया में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक, रूबी, जो पुलिस डिटेक्टिव थीं, अपने दूसरे बच्चे विनिफ्रेड को जन्म देने के बाद भी काम और फिटनेस दोनों में एक्टिव थीं। उन्हें कभी कोई गंभीर स्वास्थ्य समस्या नहीं रही थी। उनकी अचानक मौत ने पूरे परिवार को झकझोर दिया। पत्नी की याद में डेल अब लोगों को SADS के प्रति जागरूक करने का काम कर रहे हैं। उनका उद्देश्य है कि लोग इस बीमारी को हल्के में न लें और समय रहते जांच कराएं। उन्होंने बताया कि यह बीमारी सिर्फ बुजुर्गों तक सीमित नहीं है। बच्चे और युवा भी इसकी चपेट में आ सकते हैं। हमें सोचना चाहिए कि यह किसी भी परिवार के साथ हो सकता है। जागरूकता ही बचाव का पहला कदम है।
क्या है SADS बीमारी
SADS (Sudden Arrhythmia Death Syndromes ) एक ऐसी स्थिति है, जब हृदय की धड़कन अचानक खतरनाक रूप से असामान्य हो जाती है और समय पर इलाज न मिलने से व्यक्ति की मौत हो सकती है। अक्सर यह जेनेटिक कारणों से भी होता है।
SADS के लक्षण
SADS अक्सर अचानक कार्डियक अरेस्ट के रूप में सामने आता है, लेकिन कई बार शरीर पहले से कुछ संकेत देता है।
तेज या अनियमित धड़कन
चक्कर आना
सीने में दर्द या जकड़न
सांस लेने में दिक्कत
बार-बार होश खोना
बच्चों और युवाओं में लक्षण
कई बार यह जेनेटिक कारणों से बच्चों और युवाओं में पाया जाता है। उनमें लक्षण हो सकते हैं:
खेलते या दौड़ते समय अचानक गिर जाना
एक्टिविटी के दौरान ब्लैकआउट होना
बिना कारण थकान या कमजोरी
कब सतर्क होना चाहिए?
परिवार में किसी की अचानक नींद में मौत हुई हो
कम उम्र में दिल से जुड़ी समस्या या कार्डियक अरेस्ट का इतिहास हो
एक्सरसाइज करते समय बेहोशी या सीने में दर्द हुआ हो।
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