
Snowfall in Uttarakhand उत्तराखंड , हिमांचल और कश्मीर के पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी शुरू हो गई है। तापमान में गिरावट दर्ज की गई है और सर्दी ने दस्तक दे दी है। केदारनाथ में जमकर बर्फ पड़ी तो यात्रियों को दिसंबर वाली सर्दी का कूल कूल एहसास होने लगा है। शाम से ही देहरादून मसूरी और पहाड़ी जिलों में ठंडक ने लोगों को आगोश में लेना शुरू कर दिया है। हेमकुंड साहिब में दो फीट तक बर्फ जम चुकी है जबकि बदरीनाथ के पीछे की पहाड़ियों पर बर्फबारी होने से धाम में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। वहीं केदारनाथ धाम में दूसरे दिन भी बर्फ गिरी। साथ ही गंगोत्री और यमुनोत्री धाम की ऊंची चोटियों पर भी बर्फबारी हुई।
उत्तराखंड के दो प्रमुख धाम बदरीनाथ और केदारनाथ समेत ऊंचाई वाले इलाकों में हुई बर्फबारी का असर मैदानी इलाकों में भी देखने को मिला। उधर मैदानी इलाकों में हुई बारिश ने ठंड का भी अहसास कराया।ठंड के चलते लोगों को हल्के कर्म कपड़े भी बाहर निकल गए। हालांकि रात का न्यूनतम तापमान सामान्य से दो डिग्री अधिक रहा। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक सीएस तोमर ने बताया, निम्न दबाव बनने के कारण उत्तराखंड में आठ अक्तूबर तक तेज दौर की बारिश होने की संभावना है।करीब 30 साल बाद ऐसा हुआ है जब अक्तूबर के पहले सप्ताह में बर्फबारी हुई है।
दून समेत कई इलाकों में बीते दिन हुयी बारिश ने ठंडक बढ़ा दी है। वहीं, केदारनाथ धाम और हेमकुंड साहिब में सीजन की पहली बर्फबारी हुई। यमुनोत्री धाम में भी यमुनोत्री धाम सहित यमुना घाटी में मौसम ने करवट बदली तो यमुनोत्री धाम के आसपास की चोटियों पर बर्फबारी और निचले इलाकों में हलकी बारिश से तापमान में गिरावट आई है।पोस्ट मानसून में बारिश होती है। लेकिन मौसम के बदले पैर्टन और जलवायु परिवर्तन इस बार बारिश अधिक हो रही है।
प्रदेश के ऊंचाई वाले इलाकों में आज भी बर्फबारी की चेतावनी है। जबकि उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली, बागेश्वर और पिथौरागढ़ जिले के कुछ हिस्सों में भारी से भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है। अन्य जिलों में भी 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने के साथ तेज दौर की बारिश होने की संभावना है।