Sperm to Baby सुप्रीम कोर्ट ने अबॉर्शन की एक याचिका पर कहा कि हम इसकी अनुमति देकर अजन्मे बच्चे की हत्या नहीं कर सकते हैं। ऐसे में आपके मन में ये सवाल उठना लाजिमी है कि स्पर्म से पहले भ्रूण और फिर शिशु कैसे तैयार होता है? भ्रूण में तेजी से बदलाव कब से होने शुरू होते हैं? फिर अजन्मे बच्चे में जीवन कब आता है?
स्पर्म से बनता है भ्रूण और फिर तैयार होता है शिशु Sperm to Baby

एक शिशु के पैदा होने से पहले उसके बनने की पूरी प्रक्रिया हैरतअंगेज कर देने वाली होती है. गर्भ में कई तरह की कोशिकाओं के संयोजन से पहले बहुत ही छोटा मानव शरीर बनता है. फिर ये सूक्ष्म शरीर एक इंच से 50 सेंटीमीटर में तब्दील होकर नवजात शिशु के रूप में बाहर आता है. शुरुआत में एग एक सूई की नोंक जैसा ही होता है, जो धीरे-धीरे विकसित होकर शिशु बनता है.
जब एग बन जाता है तो आगे का विकास गर्भाशय में होने लगता है. वहां इसके बनने के बाद तुरंत ज्यागोट का विभाजन शुरू होता है. ये गर्भाशय में पहुंचने के बाद 30 घंटे में ही दो ब्लास्टोमर्स कोशिकाओं की रचना करता है. ये दोनों कोशिकाएं बिल्कुल एक जैसी होती हैं.महिला में एक्स-एक्स क्रोमोसोम्स होते हैं. वहीं, पुरुष में एक्स और वाई दोनों क्रोमोसोम्स होते हैं. अगर वाई क्रोमोसोम वाला स्पर्म एग को निषेचित करता है तो बेबी बॉय जन्म लेता है. वहीं, अगर एक्स क्रोमोसोम वाला स्पर्म एग को निषेचित करता है तो बेबी गर्ल जन्म लेती है.
बार-बार होने वाले कोशिका विभाजन से ब्लास्टोमर्स की संख्या बढ़ती जाती है. ये सभी कोशिकाएं आपस में मिलती-जुलती नहीं हैं. इनमें से कुछ कोशिकाएं मांसपेशियों, कुछ हड्डियों, कुछ स्नायु, रक्त और इसी तरह की होती हैं. मान लीजिए मानव शरीर जिन चीजों से बनता है, उन सभी की कोशिकाएं गर्भाशय में बनकर मौजूद रहती हैं.
इसके दो हफ्ते बाद गर्भाशय में इन कोशिकाओं के जरिये अगले चरण का काम शुरू होता है. अब ये कोशिकाएं मिलकर दिमाग, दिल, फेफड़े औऱ शरीर की शुरुआती रचना करना शुरू कर देती हैं. दो महीने बाद ये संरचना पहले से बड़ी हो जाती है. तब इसमें मुंह, आंख, नाक, कान, हाथ, पैर और शरीर के ऊतकों का निर्माण हो जाता है. यानी बेबी आकार ले लेता है.
टाइगर का दीदार – हाथी को प्यार , जिम कॉर्बेट में CM धामी https://shininguttarakhandnews.com/dhami-jim-corbet/