Thand Kyon Lagti Hai क्या आप जानते हैं ठंड क्यों लगती है ?

Thand Kyon Lagti Hai सर्दियों का मौसम आते ही ठंडी हवाओं के कारण ठंड लगना सामान्य बात है। इस मौसम में आपने अक्सर देखा होगा कि कुछ लोगों को बिल्कुल भी ठंड नहीं लगती हैं और कुछ को जरूरत से ज्यादा ठंड लगती हैं। हल्का सा भी तापमान कम होने पर ये लोग कांपने लगते हैं। लोग इस चीज को आमबात बनकर इग्नोर कर देते हैं लेकिन क्या आप जानते हैं अधिक ठंड लगने के पीछे का कारण शरीर में विटामिन और मिनरल्स की कमी होती है।

 

ठंड लगने का मुख्य कारण Thand Kyon Lagti Hai

शरीर में विटामिन और मिनरल्स की कमी है। उन्होंने बताया कि विटामिन ए, डी, सी, ई और बी कॉम्प्लेक्स (B1, B3, B6, b12) की कमी के कारण होता है। इससे आपके इम्यूनिटी पर प्रभाव पड़ता है। शरीर में प्रतिरक्षा क्षमता कमजोर होने का मतलब है कि हल्की भी सर्दी बढ़ने पर संक्रमण की चपेट में आ जाते हैं।- सीनियर क्लीनिकल न्यूट्रिशनिस्ट

इन विटामिन्स के कारण लगती है ठंड

विटामिन डी- विटामिन डी इम्यूनिटी बूस्टर होता है। जिन लोगों को विटामिन डी की कमी है। उन्हें दूध-दही खाना चाहिए, बाहर 15 से 20 मिनट धूप लें। इसके अलावा डॉक्टर से पूछकर स्पलीमेंट लें सकते हैं।

विटामिन सी- विटामिन सी एंटी ऑक्सीडेंट होता है। अगर शरीर में विटामिन सी की कमी है तो आपको जल्दी-जल्दी इंफेक्शन हो सकता है। आप अपनी डाइट में आंवला, नींबू, टमाटर, संतरा आदि का सेवन कर सकते हैं और हरि पत्तेदार सब्जियां खाएं। ये आपके इम्यूनिटी को मजबूत रखता है।

विटामिन ए- विटामिन ए नाक और गले की म्यूकस लाइनिंग को मजबूत रखता है। इस विटामिन की कमी से नाक की म्यूकस लाइनिंग कमजोर होने लगती है और गला सूखने लगता है।

विटामिन बी कॉम्पलेक्स- खासतौर से विटामिन बी6 और बी12 शरीर को एनर्जी देता है और इम्यूनिटी को बैंलेस रखने में मदद करता है। जब इन दोनों विटामिन की कमी होती है तब अधिक थकान महसूस होती है। दूध, दूध से बनने वाली चीजें, नट्स, स्प्राउट्स, केले, मिलट्स आदि चीजों को अपनी डाइट में शामिल करें।

इसके अलावा जिन लोगों को थायराइड की समस्या होती है। उन लोगों के हाथ पैर ठंडे रहते हैं। इन लोगों को पीठ में अक्सर ठंड लगती है। इन लोगों का मेटाबॉलिक रेट भी कम रहता है। यह शरीर में हार्मोनल इम्बैलेंस के कारण होता है। अगर कोई व्यक्ति बार-बार बीमार पड़ रहा है तो इसका मतलब है कि उसकी इम्यूनिटी कमजोर है। हर व्यक्ति का शरीर अलग होता है।