Patrkar Poha Wala सोशल मीडिया के माध्यम से हमने MBA चाय वाला से लेकर B.tech पानीपुरी वाली तक के चर्चे सुने हैं. इन सभी ने उच्च शिक्षा पाने के बावजूद ऐसे कामों को अपना बिजनेस बनाया जिन्हें लोग हमेशा से छोटा मानते आ रहे थे. इसी क्रम में एक नाम और जुड़ा है, इस बार एक पत्रकार ने पोहे को अपना बिजनेस बनाया है और अपने इस बिजनेस का नाम रखा है ‘पत्रकार पोहा वाला’. चलिए जानते हैं कि आखिर क्या वजह रही कि एक पत्रकार को पोहे बेचने का काम शुरू करना पड़ा.
Patrkar Poha Wala 13 साल तक की पत्रकारिता का सच

- Patrkar Poha Wala दरअसल, सोशल मीडिया पर इन दिनों एक फोटो काफी वायरल हो रही है. इस फ़ोटो में एक स्टॉल दिख रहा है, जिस पर लिखा है ‘पत्रकार पोहा वाला’. इस पोहा स्टाल के मालिक हैं दद्दन विश्वकर्मा, जो इस काम को शुरू करने से पहले पत्रकार थे. 37 वर्षीय इंदौर निवासी ददन विश्वकर्मा ने IIMC यानी Indian Institute of Mass Communication से अपनी पत्रकारिता की पढ़ाई की है. उनकी FB प्रोफाइल के मुताबिक उन्होंने पढ़ाई पूरी करने के बाद कई बड़े मीडिया संस्थान में काम करते हुए जीवन के लगभग 13 साल पत्रकारिता को समर्पित किये हैं.
- Patrkar Poha Wala मीडिया से बात करते हुए दद्दन विश्वकर्मा ने अपने पत्रकार से पोहा बेचने वाला बनने की कहानी साझा की. उन्होंने हमें बताया कि, किस तरह से उन्हें उनके मुश्किल समय में नौकरी से बिना नोटिस दिए अचानक ही निकाल दिया गया. संस्थान के इस फैसले के कारण उन्हें मुश्किल दौर का सामना करना पड़ा. दद्दन ने बताया कि, “उनकी पत्नी प्रेग्नेंट थीं, डिलीवरी में अभी दो महीने का समय बाकी था. ये बाद संस्थान में एडिटर सहित अन्य कर्मचारियों को भी पता थी. दद्दन के मुताबिक, ऐसी स्थिति, जब उन्हें जॉब की सख्त जरूरत थी, तब उन्हें निकाल दिया गया.
Patrkar Poha Wala उन्होंने बताया कि, “15 दिसंबर 2022 को वह काम कर रहे थे. शाम 5 बजे के करीब उन्हें एच आर की तरफ से कॉल कर मिलने के लिए बुलाया गया. दद्दन जब एचआर से मिलने पहुंचे तो ये देख हैरान रह गए कि उन्हें बिना किसी नोटिस के जॉब से निकाल दिया गया है. उन्हें ऑफिस की तरफ से मिला लैपटॉप तुरंत जमा कराने के लिए कहा गया. दद्दन के मुताबिक उन्हें इतना समय भी नहीं मिला कि वह लैपटॉप से अपना व्यक्तिगत डाटा निकाल सकें.”
Patrkar Poha Wala दद्दन का कहना है कि उन्हें सैलरी स्लिप भी जल्दी नहीं मिल पाई थी. बाद में मैनेजमेंट के सहयोग से उन्हें सैलरी स्लिप मिली. दद्दन का कहना है कि जब आपको इस तरह अचानक नौकरी से निकाला जाता है तो मीडिया जगत में एक हवा बन जाती है और फिर अन्य संस्थान आपको जॉब देने से कतराते हैं. जॉब जाने के बाद उन्हें कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ा. इसी दौरान वह फ्रॉड का शिकार भी हुए.
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Patrkar Poha Wala दद्दन विश्वकर्मा ने आगे अपने नए बिजनेस के संबंध में बताया कि, “उन्हें पोहा स्टॉल लगाने का आइडिया अपने भाई को देखकर आया. दद्दन ने ही कुछ साल पहले अपने भाई को पोहा स्टॉल खोल कर दिया था. बाद में उनके भाई इंदौर चले गए. अब इस कठिन परिस्थिति में दद्दन को फिर से ये स्टॉल शुरू करने का ख्याल आया. उन्होंने पोहा स्टॉल खोल लिया और उसे एक अनोखा नाम दे दिया.
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