Special Report by – Priyanshu Dwivedi , Uttar Pradesh
Cyber Crime अगर आपको ऑनलाइन फेसबुक ट्विटर या किसी भी सोशल प्लेटफॉर्म पर खूबसूरत और आकर्षक लड़कियों की फ्रेंड रिक्वेस्ट आये या व्हाट्सअप पर सन्देश मिले तो ज़रा सम्हल कर आगे बढियेगा , क्योंकि वो कोई फ़र्ज़ी शातिर हो सकता है जो कहीं किसी कोने से बैठे बैठे आपके कहते और आपकी पहचान को लूट लेगा।

Cyber Crime लड़कियों के नाम पर फेक प्रोफाइल से बचें –
Cyber Crime बड़े बैंक और भारत सरकार भी समय समय पर साइबर क्राइम से बचने के लिए अलर्ट जारी करती है। बीते कुछ समय में क्यू आर कोड फ्रॉड और ऑनलाइन ऐप से दोस्ती की चाहत में युवाओं के बीच साइबर अपराध बढ़ा है।
Cyber Crime हांलाकि सुरक्षा से संबंधित सारी सावधानियां ध्यान में रखते हुए हम सोशल मीडिया का इस्तेमाल सतर्कता से करने लगे हैं। किंतु फर्ज़ी प्रोफाइल से फ्रेंड रिक्वेस्ट, मैसेज, पासवर्ड हैकिंग जैसे तमाम साइबर क्राइम के साथ जालसाज़ आपकी पहचान भी चुरा सकते हैं। आपका नाम और तस्वीर का उपयोग करके दूसरों को नुकसान पहुंचा सकते हैं।

Cyber Crime लोग ‘पहचान’ चुराते क्यों हैं?
Cyber Crimeपहचान चुराने के कई कारण हो सकते हैं, जैसे कि जालसाज़ आपके दोस्तों या परिचितों को सोशल मीडिया पर मैसेज करके पैसे मांग सकते हैं या फर्ज़ी डोनेशन की मांग कर सकते हैं। इसके लिए वो यूपीआई का उपयोग करने के लिए कह सकते हैं। कुछ जालसाज़ दंगे भड़काने या आपत्तिजनक कमेंट करने के लिए पहचान चुरा सकते हैं। वहीं कुछ मामलों में दुश्मनी इसका कारण बन सकती है। यदि आपकी किसी से दुश्मनी है या किसी को आपसे ईर्ष्या है, तो गलत इरादों से भी पहचान चोरी की जा सकती है।

Cyber Crime कैसे होती है पहचान चोरी?
कई तरह के सोशल और प्रोफेशनल मीडिया का हम इस्तेमाल करते हैं। उनमें अपनी निजी जानकारियां, जैसे तस्वीर, नाम, ई-मेल आईडी, शहर जहां आप रहते हैं, उम्र, कहां पढ़ाई की है, कहां नौकरी करते हैं आदि मौजूद होती हैं। अगर ब्लॉग है तो उसका लिंक प्रोफाइल इंफो में साझा करते हैं, उसमें भी सारी निजी जानकारियां मौजूद होती हैं। वहीं प्रोफेशनल सोशल मीडिया साइट्स पर सीवी भी अपलोड रहता है जिससे आसानी से पहचान चुराई जा सकती है। इसके अलावा सोशल मीडिया अकाउंट को किसी वेबसाइट पर लॉगइन करने के लिए इस्तेमाल करना भी पहचान को खतरे में डाल सकता है।
सोशल मीडिया अकाउंट्स की सेटिंग प्राइवेट रखें। तस्वीरें साझा करने से पहले प्रायवेसी सेंटिग भी जांच लें।
सोशल मीडिया पर उन्हें जोड़ें जिन्हें आप जानते हैं। सोशल मीडिया से वेबसाइट पर लॉगइन नहीं करें।
लाइक्स और फॉलोवर बढ़ाने के लिए थर्ड पार्टी एप्स का इस्तेमाल न करें क्योंकि इनको उपयोग करने के लिए उसी सोशल मीडिया अकाउंट से लॉगइन करना होता है।
Cyber Crime कई बार हम जिन पर विश्वास करते हैं, दोस्त समझते हैं वही हमारे सबसे बड़े दुश्मन साबित होते हैं। बेहतर होगा सोशल मीडिया पासवर्ड किसी से साझा न करें। अगर कोई क़रीबी पासवर्ड मांगता है तब भी उससे साझा न करें। बैंक खाते की तरह सोशल मीडिया खाते की जानकारी भी केवल आपके पास होनी चाहिए। इस बात का भी ख़्याल रखें कि पासवर्ड ऐसा न हो जिसका अंदाज़ा लगाना बहुत आसान हो, जैसे किसी परिजन का नाम, मोबाइल नंबर या पसंदीदा वस्तु पर आधारित पासवर्ड।

लॉगआउट ज़रूर करें
Cyber Crime फेसबुक पर फ़र्ज़ी आईडी से दोस्ती और चैटिंग से बचना सबसे ज़रूरी है। इंटाग्राम हो या कोई और डेटिंग ऐप समय-समय पर जांचें कि कहीं आपकी पहचान का कोई इस्तेमाल तो नहीं कर रहा। इसके लिए सोशल मीडिया पर अपना नाम खोज सकते हैं। ब्राउज़र पर नाम और शहर का नाम डालकर फोटो में देख सकते हैं। अगर किसी ने तस्वीर उपयोग की होगी तो यहां नज़र आ जाएगी। अगर किसी परिचित की फ्रेंड रिक्वेस्ट आती है जो पहले से आपकी फ्रेंड लिस्ट में है, तो उससे इसके बारे में पूछ सकते हैं। आमतौर पर जालसाज़ पहचान का उपयोग करके मैसेज करते हैं इसलिए सचेत रहें।
पढ़िए इस खबर में – पांच सितारा होटल हयात का कुत्ता कनेक्शन https://shininguttarakhandnews.com/hyatt-regency-dehradun/