Cyber Fraud महिलाओं को लूटने का अनोखा तरीका

Cyber Fraud आजकल साइबर ठगों की साजिशें और तरीके दिन-प्रतिदिन बढ़ते जा रहे हैं. सोशल मीडिया पर दोस्ती, चैटिंग, और महंगे तोहफों के नाम पर महिलाओं को जाल में फंसाने वाले गिरोह अब नई चालों का इस्तेमाल कर रहे हैं, जिन्हें पहचान पाना हर किसी के लिए आसान नहीं होता. इन गिरोहों के द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली धोखाधड़ी की तरकीबें इतनी सूक्ष्म और चालाक होती हैं कि उनका शिकार बनने वाले लोग अक्सर शर्म, डर और शॉक्स से यह अपराध पुलिस या परिवार को बताने से हिचकिचाते हैं.

महंगे गिफ्ट की आड़ में ठगी का खेल Cyber Fraud

ऐसी ही एक घटना उत्तर प्रदेश के एक छोटे शहर में रहने वाली नैना के साथ घटी, जिससे वह ठगी का शिकार होते-होते बच गई. यह घटना यह साबित करती है कि साइबर ठगों की साजिशें कितनी खतरनाक हो सकती हैं और हमें सोशल मीडिया पर सतर्क रहने की कितनी जरूरत है.नैना के फोन पर छठ पूजा के दिन एक अनजान इंस्टाग्राम यूज़र से संदेश आया. उसने शुरुआत में उसे नजरअंदाज किया, लेकिन समय के साथ इस व्यक्ति ने बार-बार संदेश भेजने शुरू किए. खुद को लंदन में रहने वाला डॉक्टर खान बताते हुए, उसने नैना से बातचीत करना शुरू किया. अपनी प्रोफाइल और कई आकर्षक बातें करके उसने नैना का भरोसा जीतने की कोशिश की. जल्द ही यह बातचीत इंस्टाग्राम से व्हाट्सऐप तक पहुंच गई.

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पहले तो सब कुछ सामान्य लगा, लेकिन जब डॉक्टर खान ने वीडियो कॉल्स का वादा किया और हर बार कैमरा बंद रखने का बहाना किया, तब नैना को कुछ शक होने लगा. उसने फिर भी अपनी तरफ से दूरी बनाए रखी, लेकिन ठग ने जल्द ही शादी का प्रस्ताव भी रख दिया, जिसे नैना ने सख्ती से नकार दिया.डॉक्टर खान की ओर से महंगे गिफ्ट भेजने की बात करने के बाद मामला और भी गंभीर हो गया. उसने दावा किया कि उसने नैना के लिए आईफोन, ज्वेलरी, और साड़ियां भेजी हैं और उसकी डिटेल्स तक भेजीं. पहले तो नैना ने इसे शक की नजर से देखा, लेकिन धीरे-धीरे वह उसकी बातों में आ गई. उसने तो यह भी कहा कि गिफ्ट भारत में भेज दिए गए हैं.

अगले दिन नैना के पास कॉल आया, जिसमें कहा गया कि उसके गिफ्ट मुंबई एयरपोर्ट पर फंसे हुए हैं और इसके लिए उसे 4,000 रुपये देने होंगे. इस शंका से घबराई हुई नैना ने डरते-डरते पैसे भेज दिए. लेकिन ठग यहीं नहीं रुका और अगले दिन उसने 12,000 रुपये और मांग लिए. जब नैना ने इंकार किया, तो ठग ने उसे धमकी दी कि वह उसके वीडियो को वायरल कर देगा.

 


नैना डर और बदनामी के डर से ठग की बातों में और भी उलझने लगी. वह सोने की बालियां बेचने के लिए दुकान तक पहुंच गई, लेकिन दुकानदार ने उसे समझाया और बैंक की चेतावनी के बाद उसने पैसे नहीं दिए. इसके बाद ठग ने नकली CBI ऑफिसर्स से फोन करने शुरू किए, और इसे लेकर नैना के मन में भय और घबराहट और बढ़ गई.लेकिन इस बार नैना को समझ में आ गया कि यह पूरा खेल एक ठगी का हिस्सा है. उसने सभी नंबरों को ब्लॉक किया और इस स्थिति से बाहर निकली. हालांकि वह इस घटना को अपने परिवार से नहीं साझा कर पाई, लेकिन इसने उसे साइबर ठगी से बचने के तरीके जरूर सिखाए.

ठगों के नए तरीके और उनकी पहचान

साइबर विशेषज्ञों के अनुसार, ठगों की यह पूरी साजिश एक क्रमिक खेल होती है. वे सबसे पहले सोशल मीडिया पर महिलाओं को टारगेट करते हैं, उनका विश्वास जीतते हैं, और फिर महंगे गिफ्ट्स की आड़ में पैसों की मांग शुरू करते हैं. इन ठगों के पास नकली कस्टम अफसर, एयरपोर्ट अधिकारी और कूरियर कॉल करने के तरीके होते हैं, जो पूरी साजिश का हिस्सा होते हैं. असल में, कस्टम विभाग कभी भी फोन पर पैसे नहीं मांगता और न ही बिना कागजात के कोई विदेशी गिफ्ट भारत में नहीं आ सकता.

बचने के उपाय

इन ठगों से बचने के लिए सबसे पहला कदम है—सोशल मीडिया पर अनजान प्रोफाइल से चैटिंग से बचें और किसी पर जल्दी से भरोसा न करें. यदि कोई महंगे तोहफों का लालच दे, तो सतर्क हो जाएं. अगर आपको किसी भी प्रकार की धमकी या पैसों की मांग होती है, तो तुरंत समझ जाएं कि यह ठगी का हिस्सा हो सकता है. सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि ऐसी स्थितियों में आपको डरने की जरूरत नहीं है, बल्कि तुरंत 1930 हेल्पलाइन या cybercrime.gov.in पर रिपोर्ट करें.