diwali pujan muhurt दीपावली की रात खुलेगा भाग्य का द्वार

diwali pujan muhurt दीपावली का पर्व हिंदुओं के लिए खास महत्व रखता है। इस पर्व को भगवान श्रीराम के 14 वर्ष के वनवास के बाद वापस अयोध्या लौटने की खुशी में मनाया जाता है। साथ ही इस दिन पर शाम के समय धन की देवी मां लक्ष्मी और शुभ-मंगल व बुद्धि के देवता गणेश जी की पूजा-अर्चना की जाती है। घर व आसपास के स्थानों को दीयों व लड़ियों से जगमन किया जाता है।

मिलेगा सुख-समृद्धि का आशीर्वाद diwali pujan muhurt

दीवाल के दिन एक-दूसरे को खील-बताशे बांटने का भी चलन है। ऐसे में दीवाली की पूजा के दौरान आप पूजा थाली में खील-बताशों को जरूर शामिल करें। इससे मां लक्ष्मी और गणेश जी का आशीर्वाद आपको मिलता है और सुख-समृद्धि के योग बनते हैं।

लगाएं ये भोग

श्री यंत्र ब्रह्मांड की दिव्य ऊर्जा का केंद्र है. इसमें नौ त्रिकोणों का ऐसा संयोजन होता है, जो ब्रह्मांड की समस्त शक्तियों का प्रतिनिधित्व करता है. श्री यंत्र में ब्रह्मा, विष्णु और महेश के साथ-साथ त्रिदेवी—लक्ष्मी, सरस्वती और पार्वती—की ऊर्जा समाहित होती है. यही कारण है कि दीपावली की रात जब वातावरण में सकारात्मक कंपन अपने चरम पर होते हैं, तब इसकी पूजा अत्यंत फलदायी मानी जाती है.

श्री यंत्र पूजा विधि
दीपावली की शाम श्री यंत्र की स्थापना उत्तर दिशा की ओर लाल या पीले कपड़े पर करनी चाहिए. इससे पहले घर को गंगाजल से शुद्ध किया जाता है और यंत्र को दूध या गंगाजल से स्नान कराया जाता है. पूजा के दौरान श्री यंत्र के सामने लाल फूल, चावल, हल्दी, कुमकुम और दीपक अर्पित किए जाते हैं. “ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं श्री सिद्ध लक्ष्म्यै नमः” मंत्र का 108 बार जाप करने से श्री यंत्र में ऊर्जा सक्रिय होती है और मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है. इस पूजा के समय दीपों की रोशनी और श्रद्धा का भाव वातावरण में आध्यात्मिक शक्ति का संचार करता है.

चढ़ाएं ये फूल

दीवाली पूजन के दौरान आप मां लक्ष्मी को सफेद रंग के फूल जैसे चमेली आदि अर्पित कर सकते हैं। इसके साथ ही दीवाली पूजा में आप कमल के फूल, अपराजिता की जड़ आदि अर्पित करके भी लाभ प्राप्त कर सकते हैं। इससे साधक को मां लक्ष्मी के साथ-साथ गणेश भगवान का भी आशीर्वाद मिलता है औऱ जीवन में सुख-शांति बनी रहती है।

दीपावली पर पूजा का सबसे अच्छा मुहूर्त

कार्तिक मास की अमावस्या तिथि का प्रारंभ 20 अक्टूबर को प्रातः 03:44 बजे हो रहा है और इसका समापन 21 अक्टूबर को प्रातः 05:54 बजे होगा. इस प्रकार दीवाली 20 अक्टूबर को मनाई जाएगी.

लक्ष्मी पूजा का शुभ मुहूर्त (Shubh Muhurat)

  • लक्ष्मी पूजन मुहूर्त: शाम 07:08 बजे से रात 08:18 बजे तक
  • प्रदोष काल: शाम 05:46 बजे से रात 08:18 बजे तक
  • वृषभ काल: रात 07:08 बजे से 09:03 बजे तक