Harshita Brela खूबसूरत बीवी की खौफनाक हत्या !

Harshita Brela एक लड़की जिसके हाथों में कभी मेहंदी रची थी, कुछ ही महीनों में वही रिश्ता उसकी मौत की वजह बन जाए तो समाज किसको दोष देगा ? ऐसा ही कुछ हुआ दिल्ली की एक होनहार शिक्षिका के साथ, जिसकी लंदन में हुई रहस्यमयी हत्या ने भारत और ब्रिटेन की पुलिस के बीच एक गंभीर आपराधिक सहयोग की नींव रख दी है. दिल्ली पुलिस ने हर्षिता की हत्या के मामले में यूनाइटेड किंगडम (UK) पुलिस को एक लेटर रोगेटरी (Letter Rogatory – LR) जारी किया है, जिसमें लंदन में हुई इस हत्या से जुड़े अहम दस्तावेजों और जानकारी की मांग की गई है. बता दें, यह कानूनी प्रक्रिया तब अपनाई जाती है जब एक देश की अदालत दूसरे देश से आपराधिक जांच में मदद चाहती है.

कौन है हर्षिता ब्रेला Harshita Brela


हर्षिता ब्रेला, खूबसूरत दुल्हन और टीचर, जिसकी शादी 2024 में पंकज लांबा से हुई. अप्रैल में हर्षिता पति के साथ यूके चली गई. वहां पहुंचने के कुछ महीनों बाद ही उनके रिश्ते में दरारें आने लगीं. अगस्त में घरेलू हिंसा की शिकायत के बाद नॉर्थहैम्पटनशायर पुलिस ने पंकज को गिरफ्तार किया कर लिया. हालांकि बाद में उसे जमानत पर छोड़ दिया गया और कोर्ट ने अक्टूबर तक के लिए डोमेस्टिक वॉयलेंस प्रोटेक्शन ऑर्डर जारी किया. इस दौरान हर्षिता को महिलाओं के लिए बनाए गए सुरक्षित ठिकाने में रखा गया. पर पुलिस का मानना है कि लांबा ने जमानत का दुरुपयोग करते हुए हर्षिता की हत्या की और देश छोड़कर फरार हो गया.


हत्या की चौंकाने वाली कहानी

हर्षिता बरेला की लाश 14 नवंबर 2024 को लंदन के इल्फोर्ड इलाके की ब्रिस्बेन रोड पर एक कार के डिक्की में मिली थी. जांच में सामने आया कि हत्या 10 नवंबर को हुई थी. मुख्य आरोपी, हर्षिता का पति पंकज लांबा, हत्या के बाद 12 नवंबर को दिल्ली पहुंच गया. पुलिस को शक है कि वह फिलहाल भारत में ही छिपा हुआ है.


हर्षिता की मौत के बाद उसके परिवार ने दिल्ली के पालम गांव थाने में शिकायत दर्ज कराई. पुलिस ने आईपीसी की धारा 498A (क्रूरता) और 406 (विश्वासघात) के तहत मामला दर्ज किया और लांबा के माता-पिता को गिरफ्तार कर लिया. आरोपी पति को अपराधी घोषित कर दिया गया है और पुलिस देशभर में उसकी तलाश कर रही है. फरवरी में हर्षिता की बहन, सोनिया डाबस, ने दिल्ली हाई कोर्ट में याचिका दायर की, जिसमें आरोप लगाया गया कि विदेश मंत्रालय इस गंभीर मामले में यूके पुलिस से समुचित समन्वय नहीं कर रहा है. अदालत ने मंत्रालय को एक नोडल अधिकारी नियुक्त करने का निर्देश दिया, जो पीड़ित परिवार और यूके में जांच एजेंसियों के बीच बात करेगा.