दिल से जुड़े रोग Heart Diseases दुनियाभर में मौत का सबसे बड़ा कारण हैं। हाई बीपी, वाल्व डिजीज, अनियमित दिल की धड़कन (एरिथमिया), हार्ट अटैक, हार्ट फेलियर आदि ऐसी खतरनाक दिल की बीमारी हैं, जिन पर ध्यान नहीं देने से मौत का कारण बनती हैं। दिल के रोगों का पता लगाने के लिए कई तरह के मेडिकल टेस्ट उपलब्ध हैं और यह महंगे भी हैं।
Saline water से कुल्ला करके जानें दिल की हेल्थ

अगर if आप अपने दिल का हाल जानना चाहते हैं, तो आप एक साधारण घरेलू टेस्ट के जरिए भी यह पता लगा सकते हैं कि आपको कोई दिल का रोग तो नहीं है। अगर if कोई आपसे कहे कि पानी से कुल्ला करने से आपको यह पता चल सकता है कि आपको हार्ट डिजीज होने का खतरा है या नहीं, तो शायद आपको यकीन न हो, लेकिन but यह सच है।

वैज्ञानिकों ने माना है कि इस आसान से उपाय से आप कुछ ही सेकंड में यह जान सकते हैं कि आपका दिल ठीक तरह से काम कर रहा है या नहीं। फ्रंटियर्स इन ओरल हेल्थ जर्नल में प्रकाशित एक अध्ययन (Ref) में दिल के रोग के जोखिम का अनुमान लगाने का एक तरीका खोजा गया है।दरअसल actually हार्वर्ड हेल्थ की रिपोर्ट के अनुसार, मसूड़ों की बीमारी (जिसे पेरियोडोंटल बीमारी भी कहा जाता है) से पीड़ित लोगों में दिल का दौरा, स्ट्रोक या अन्य गंभीर हृदय संबंधी बीमारियों का जोखिम दो से तीन गुना अधिक होता है।

कुल्ला करने के बाद मुंह से निकली लार में वाइट ब्लड सेल्स की अधिक मात्रा यह दर्शाती है आपके दिल में कुछ गड़बड़ चल रही है।शोधकर्ताओं ने अध्ययन में शामिल सभी लोगों से पानी से कुल्ला करने को कहा और उनकी लार में वाइट ब्लड सेल्स के लेवल की जांच की। वैज्ञानिकों का मानना है कि इसका अधिक लेवल मसूड़ों की सूजन का संकेत है और यह दिल के रोगों के संकेत से जुड़ा हो सकता है।
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