देहरादून से अनीता तिवारी की रिपोर्ट –
kailash parwat yatra तीर्थयात्रा में साहसिक रोमांच का अनुभव करने के लिए अगर आप आदि कैलाश, ओम पर्वत जाना चाहते हैं तो ये खबर आपके लिए है क्योंकि 10 अप्रैल से हेली दर्शन सेवा शुरू होने जा रही है। कैबिनेट ने इसे मंजूरी दे दी। पर्यटन विभाग के प्रस्ताव के तहत पांच दिवसीय हेली दर्शन छह माह के ट्रायल पर शुरू होगा इस साल 10 अप्रैल से 10 मई और नवंबर से अगले साल अप्रैल तक हेलीदर्शन यात्रा होगी। नतीजे ठीक आने के बाद इस अवधि को बढ़ा दिया जाएगा। इस योजना से पर्यटन विभाग प्रदेश में शीतकालीन पर्यटन की एक नई राह तैयार करेगा। नए पर्यटन केंद्रों, सेवाओं को प्रोत्साहित करेगा।
आदि कैलाश की हवाई यात्रा 10 अप्रैल से शुरू kailash parwat yatra

उत्तराखंड सरकार देश दुनिया से आने वाले टूरिस्टों के लिए यहाँ दर्शन के साथ साथ नए स्थलों को भी विकसित करेगी । शीतकाल में स्थानीय स्तर पर लोगों को पलायन से रोकने के लिए जीवनयापन का नया मॉडल तैयार करेगा, जिससे ट्रैकिंग व अन्य गतिविधियां भी संचालित हो सकें। 17 वाइब्रेंट विलेज में पर्यटकों की आवाजाही बढ़ेगी और स्थानीय लोगों का ठहराव भी बढ़ जाएगा। पर्यटन गतिविधियां बढ़ने के बाद रिवर्स पलायन को प्रोत्साहन मिलेगा। पांच दिवसीय हेली यात्रा पैकेज के दौरान पर्यटकों को न केवल हेलीकॉप्टर से दर्शन कराए जाएंगे, बल्कि उन्हें रात्रि प्रवास, ट्रैकिंग जैसी अन्य गतिविधियों का आनंद लेने का मौका भी मिलेगा।
19,000 फीट से अधिक ऊंचा आदि कैलाश भगवान शिव का सांसारिक निवास माना जाता है, जो तिब्बत में कैलाश पर्वत का प्रतिबिंब माना जाता है।
आदि कैलाश मार्ग पर 18,000 फीट से अधिक ऊंचा ओम पर्वत, पवित्र हिंदू प्रतीक ‘ओम’ जैसा एक अनोखा बर्फ पैटर्न प्रदर्शित करता है। पिछले अक्टूबर में आदि कैलाश मार्ग पर प्रधानमंत्री मोदी की पार्वती कुंड की यात्रा के बाद इस पहल को गति मिली। उन्होंने जब सोशल मीडिया पर तस्वीरें साझा कीं। इसके बाद लोगों से कुमाऊं, हिमालय क्षेत्र में इन पवित्र स्थलों का पता लगाने का आग्रह किया गया।
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