देहरादून से अनीता तिवारी की रिपोर्ट –
kedarnath By Election निशाना केदारनाथ का उपचुनाव , मुद्दा संवेदनशील और लड़ाई भाजपा कांग्रेस में ज़ोरों पर , दरअसल दो उपचुनाव की जीत से उत्साहित कांग्रेस को केदारनाथ को भी जीतने का भरोसा जग गया है। लिहाज़ा दिल्ली में केदारनाथ मंदिर निर्माण को लेकर उपजे विवाद के बाद धामी सरकार को घेरने के लिए ‘केदारनाथ प्रतिष्ठा रक्षा यात्रा’ की शुरू की है. कांग्रेस ने पदयात्रा को ‘जय गंगे, जय केदार’ का नारे से शुरु की. पद यात्रा गढ़वाल मंडल के अलग-अलग गांव, शहरों से होते हुए केदारनाथ में समाप्त होगी. इस दौरान सीएम धामी पहले ही केदारपुरी पहुँच गए और कांग्रेस पर जमकर निशाना भी साधा।
केदारनाथ के बहाने एकजुट दिखी कांग्रेस kedarnath By Election

आज जब हरिद्वार की हर की पैड़ी से कांग्रेस ने गंगा पूजा के बाद ‘केदारनाथ प्रतिष्ठा रक्षा यात्रा’ का शुभारंभ किया उस वक़्त सरकार बाबा के दरबार में रुद्राभिषेक कर रही थी। पदयात्रा का आगाज़ करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य, प्रीतम सिंह समेत कांग्रेस के सभी विधायक मौजूद रहे. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि केदारनाथ, सतयुग का सनातनी परंपरा की पहचान है. इसका व्यवसायीकरण किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.

उन्होंने केदारनाथ के नाम पर धाम बनाने वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई की मांग की. वहीं पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि बाबा केदार के नाम पर जो पाप भाजपा ने किया है, उसपर केवल कानून बनाने से नहीं बल्कि सार्वजनिक माफी सरकार को मांगनी चाहिए. नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा कि पदयात्रा के माध्यम से वे देश और प्रदेश की जनता को बताना चाहेंगे कि जो सामाजिक समरसता की बात करते हैं, उनकी कथनी और करनी में कितना फर्क है.

सीएम ने कहा पश्चाताप यात्रा निकाले
वहीं, सीएम धामी ने कहा कि जो लोग संसद के भीतर या अपनी कार्यशैली और पूरे चुनाव के दौरान सनातन का विरोध करते रहे हैं, ऐसे ने उनकी “केदारनाथ प्रतिष्ठा रक्षा यात्रा” एकमात्र ढकोसला है. ऐसे में इन लोगों को प्रायश्चित यात्रा करनी चाहिए. क्योंकि इन्होंने सनातन को गाली देने का काम किया है और देवी देवताओं के अपमान करने का काम किया है. जो लोग हिंदू और सनातन धर्म को ये कहते है कि ये मलेरिया, वायरल, डेंगू है और जब ऐसे लोग यात्रा की बात कहते हैं तो बहुत आश्चर्य होता है. कांग्रेस की यह पदयात्रा गढ़वाल मंडल के तमाम गांव और शहर से होते हुए केदारनाथ में समाप्त होगी