mahalaxmi rajyog ज्योतिषीय गणना के अनुसार, इस साल शारदीय नवरात्रि में ग्रहों की युति से महालक्ष्मी राजयोग का निर्माण होगा. दरअसल, 24 सितंबर को चंद्रमा तुला राशि में प्रवेश करेगा, जहां पहले से मंगल विराजमान हैं. ऐसे में इन दोनों ग्रहों को युति से महालक्ष्मी राजयोग का अद्भुत संयोग बनेगा, जो 3 राशि वालों के लिए अत्यंत मंगलकारी है.
वैदिक ज्योतिष शास्त्र में ग्रह – नक्षत्रों की चाल को जीवन के हर पहलू से जोड़ा गया है. कई बार महत्वपूर्ण पर्व और त्योहारों पर बनने वाले विशेष योग न सिर्फ व्यक्ति विशेष के लिए बल्कि समाज और देश-दुनिया के लिए भी शुभ संकेत लेकर आते हैं. इस साल शारदीय नवरात्रि 22 सितंबर से शुरू हो रही है. ज्योतिषीय गणना के अनुसार, 24 सितंबर को चंद्रमा के तुला राशि में गोचर करने से मंगल ग्रह के साथ उनकी युति बनेगी. ग्रहों की इस युति से महालक्ष्मी राजयोग का निर्माण होगा, जो कुछ राशियों के लिए वरदान साबित होगा.
महालक्ष्मी राजयोग तुला राशि वालों के लिए विशेष फलदायी रहेगा क्योंकि यह इस राशि वालों के लग्न भाव में बन रहा है. इस दौरान में आपका आत्मविश्वास और साहस बढ़ेगा. दांपत्य जीवन में प्रेम और सामंजस्य बना रहेगा. दोस्तों और परिवार के साथ समय आनंददायक रहेगा. प्रेम संबंधों में नई ऊर्जा और मिठास आएगी. अविवाहित जातकों को शादी का प्रस्ताव मिल सकता है. स्वास्थ्य अच्छा रहेगा, जिससे आप अपने लक्ष्यों को हासिल करने में सक्षम होंगे. मां दुर्गा की कृपा से जीवन खुशहार रहेगा.
इस योग का निर्माण मकर राशि के जातकों के कर्म भाव में हो रहा है, जिससे जीवन में कई सकारात्मक बदलाव देखने को मिल सकते हैं. नौकरी और व्यापार में उन्नति के संकेत मिलेंगे. करियर में नई जिम्मेदारियां या प्रमोशन की संभावना है. नौकरी बदलने का अवसर प्राप्त हो सकता है. व्यापारियों को मुनाफे में बढ़ोतरी होगी और यात्राएं लाभकारी साबित होंगी. प्रतिस्पर्धा में आप आगे रहेंगे और शत्रु पर विजय प्राप्त करेंगे. नवरात्रि के दौरान मां दुर्गा की विशेष कृपा प्राप्त होगी.
कुंभ राशि वालों के लिए महालक्ष्मी राजयोग भाग्य भाव में बन रहा है, जो भाग्य उदय और तरक्की के अवसर लेकर आएगा. इस दौरान किस्मत का भरपूर साथ मिलेगा. धार्मिक और मांगलिक कार्यों में भाग लेने का अवसर मिलेगा. नौकरीपेशा लोगों को नए प्रोजेक्ट या प्रमोशन का लाभ मिलेगा. छात्रों को विदेश में शिक्षा का अवसर प्राप्त हो सकता है. पिता के साथ संबंध बेहतर होंगे और उनसे लाभ की संभावना है. नवरात्रि में मां लक्ष्मी के साथ-साथ मां दुर्गा की भी असीम कृपा प्राप्त होगी.