देहरादून से आशीष तिवारी की रिपोर्ट –
Operation Kalnemi देवभूमि में घूमते दानवों से लड़कियों सावधान ….. कालनेमि के टारगेट में हैं मासूम बेटियां …. देहरादून पुलिस का बहुत बड़ा खुलासा …. दुबई और पाकिस्तानी मौलाना करा रहे इस्लाम के नाम पर महापाप …. एसएसपी अजय सिंह और देहरादून पुलिस के खुलासे से सन्न है उत्तराखंड के माँ बाप … आपको बताते हैं ऑपरेशन कालनेमि” में आज क्या हुआ है भयंकर खुलासा
“एसएसपी अजय सिंह का भयंकर खुलासा Operation Kalnemi
इस खबर को सुनकर आप हिल जायेंगे क्योंकि षणयंत्र ही कुछ ऐसा रचा गया की पुलिस भी हैरान रह गयी। बीते दिनों रानीपोखरी में एक व्यक्ति ने थाना रानीपोखरी पर बीते दिनों एक शिकायत दर्ज़ कराई जिसमें उसकी 21 साल की बेटी जो पिछले कुछ समय से अजीब व्यवहार कर रही है, शक होने पर जब उससे पूछताछ की तो पता चला कि कुछ मुस्लिम लडके व मुस्लिम लडकी जबरदस्ती उनकी बेटी को बहला फुसलाकर मुस्लिम बनाना चाहते हैं तथा उनकी बेटी को मुस्लिम बनाने के लिए पैसे व अन्य तरह के लालच दे रहे हैं, जिससे उनकी बेटी अजीब व्यवहार कर रही है, उनकी बेटी को कुछ मुस्लिम लडके नाम अब्दुर रहमान निवासी सहसपुर देहरादून, अबु तालिब मुजफ्फरनगर, अयान दिल्ली, अमन दिल्ली, मुस्लिम महिला स्वेता निवासी गोवा पैसों का अन्य तरह का प्रलोभन देकर जबरदस्ती मुस्लिम बनाने का प्रयास कर रहे हैं तथा उनकी बेटी का ब्रेनवास करा रहे हैं तथा उन्हें शक है कि इसमें अन्य मुस्लिम पुरूष व अन्य मुस्लिम महिला सम्मिलित हो सकते हैं। इस मामले को लेकर रानीपोखरी में केस दर्ज़ करते हुए आला अधिकारीयों को जानकारी दी गयी
गिरोह के तार जुड़े पाकिस्तान – दुबई से किया जाता था ब्रेनवाश
मामले की गम्भीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक देहात ऋषिकेश के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया और सभी बिन्दुओं पर जांच शुरू की गई । इस दौरान पीडिता लड़की की काउंसलिग के दौरान पता चला कि यह मामला केवल अंतरराज्यीय स्तर का न होकर अन्तर्राष्ट्रीय स्तर का है, साथ ही इसके तार आगरा में चर्चित धर्मांतरण के केस से भी जुडे हैं। इसके पश्चात आगरा पुलिस से सम्पर्क कर पीडिता द्वारा दी गई जानकारी को आगरा पुलिस के साथ शेयर किया गया। अन्तर्राष्ट्रीय गैंग से जुडे होने तथा इस सम्बन्ध में आगरा पुलिस द्वारा गिरफ्तार किये गये कुछ अभियुक्तों की संलिप्तता जनपद देहरादून में चल रही विवेचना में भी होना पाया गया।
परिवार से अलग-थलग पड़ी युवतियों को गिरोह बनाता था टारगेट
देहरादून एसएसपी अजय सिंह की तेज़ और सख्त पड़ताल के दौरान पता चला कि जब मरियम नाबालिग थी तो फेस बुक के जरिये इसकी दोस्ती अबु तालिब मुजफ्फरनगर से हुई जिसने इसे इस्लाम धर्म अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया और बताया कि इस्लाम अपनाने पर उसकी जिन्दगी बहुत अच्छी हो जायेगी । अबू तालिब ने व्हाट्सप्प पर पीडिता को कलमा भेजकर उसे पढवाकर बताया कि अब तुम मुस्लिम बन चुके हो और उसे मरियम नाम दिया ।अबू तालिब ने उसे अपने धनबाद झारखण्ड के दोस्त अयान से सोशल मीडिया के जरिये मिलवाया और घर से भगाकर अयान के साथ निकाह करने का षडयंत्र रचा ।
पढ़ी लिखी मुस्लिम लड़कियां करती थी टारगेट का ब्रेनवाश
इसके साथ उसने अपने परिचित हिन्दू धर्म से धर्मान्तरण कर मुस्लिम धर्म आये 1. आयशा उर्फ कृष्णा (गोवा) 2. अब्दुर रहमान उर्फ रूपेन्द्र प्रताप सिंह (सहसपुर) 3. अब्दुल रहमान उर्फ महेन्द्र पाल सिंह (दिल्ली) से सम्पर्क करवाया और आयशा उर्फ कृष्णा के माध्यम से पीडिता के धर्मान्तरण के लिए आर्थिक सहायता प्राप्त की । आयशा ने अबुतालिब को पैसे देकर उसके माध्यम से पीडिता को आनलाईन कपडे भिजवाये तथा पीडिता को घर से भागने के लिए एक फोन व सिम उपलब्ध करवाया । अयान द्वारा पीडिता को एक वीडियो भेजकर पीडिता को बताया कि भेजे गये सिम से एक बार ओटीपी प्राप्त कर व्हटशएप बिजनेस डाउनलोड करना है और उसके बाद फोन की बैटरी निकालकर फोन के 02 टुकडे कर फोन और बैटरी पानी से भरी बाल्टी में 02 दिन तक रखकर कूडे में फेंक देना है और जब तक वह सुरक्षित रूप से बाहर नहीं निकलती है (तालिब की भाषा में इसे रेस्क्यू कहते हैं ), केवल व्हाट्सएप्प से ही बात करनी है ।
दिल्ली में धर्मांतरण कर कराया जाता था उनका निकाह
पीडिता को रानीपोखरी से बाहर निकालने के लिए अब्दुर रहमान द्वारा भी लगातार सम्पर्क किया गया व तालिब व आयशा के सम्पर्क में रहकर रानीपोखरी तक कैब भी भेजी गई लेकिन पीडिता ने अन्तिम समय पर घबराकर बाहर निकलने से इन्कार कर दिया गया । दरअसल शातिर अभियुक्तों द्वारा बनाई गई योजना के अनुसार पीडिता को दिल्ली में अब्दुल रहमान के घर सेफ हाउस में रखा जाना था बाद में मौका देखकर उसका धर्मान्तरण कराकर अयान से निकाह कराया जाना था । अब्दुल रहमान द्वारा इस कार्य के लिए एक अन्य पीडिता उर्फ सुमैया को भी प्रेरित किया गया था और उसके खाते में 25,000/- रूपये भी डाले थे । परन्तु काम न होने पर उसके द्वारा पैसे वापस मंगा लिये थे।
पीड़ित युवतियों से पूछताछ में निकला गिरोह का अंतरराष्ट्रीय कनेक्शन
पीडिता मरियम से जुडे मामले में गहराई से पूछताछ करने पर यह खुलासा हुआ कि इससे जुडे एक मामले में देहरादून के प्रेमनगर क्षेत्र की एक अन्य लडकी उर्फ सुमैया भी इस मामले से जुडी है,जिससे मिलकर उसकी काउंसलिंग की गई और उसके घरवालों को इस सम्बन्ध में सूचित किया गया। इसी क्रम में एक शिकायत थाना प्रेमनगर पर दर्ज कराई जिसमें उसकी बहन उर्फ सुमैया उम्र 28 वर्ष जो पढाई करने के लिए बरेली से देहरादून आई थी, को बहला फुसलाकर और प्रलोभन देकर कुछ गैर हिन्दू लोगों के द्वारा धर्मान्तरण हेतु ब्रेनवाश किया गया और एक बडा गिरोह बनाकर उसका धर्म परिवर्तन कराकर अन्य लोगों को भी प्रेरित करने के लिए दबाव बना रहे हैं जिसमें आयशा उर्फ कृष्णा सहित अन्य लोग शामिल हैं । इस सूचना पर थाना प्रेमनगर पर केस पंजीकृत कराया गया।
ऑपरेशन कालनेमि” में दून पुलिस लगातार कर रही चिन्हित
अब तक की पूछताछ में पाया गया है कि, 28 वर्षीय पीडिता का अपने परिवारजनों से कुछ कारणवश तालमेल न होने के कारण बरेली की रहने वाली एक मुस्लिम युवती से दोस्ती हुई जिसने इसका विश्वास जीतकर धीरे-धीरे इस्लाम धर्म के बारे में अच्छी-अच्छी बातें बताकर और मुस्लिम साहित्य उपलब्ध करवाकर इसका सम्पर्क कश्मीर की एक युवती से कराया, जिसने इसे कुरान की तालीम ZOOM APP के माध्यम से दी। कश्मीर के पुलवामा की रहने वाली कुरान की तालीम देने वाली उक्त युवती द्वारा इसे रमजान में कश्मीर भी बुलवाया गया और इसे प्रभावित करते हुए इस्लाम धर्म अपनाने के लिए प्रेरित किया गया ।
सोशल मीडिया पर एक्टिव रहने के दौरान व पूर्व में सम्पर्क में आये लोगों के द्वारा पीडिता को यह बताने पर कि जो लोग दूसरे धर्म से इस्लाम धर्म में आ जाते हैं वह Reverted Muslim कहलाते हैं और पूरे संसार में ऐसे लोग काफी संख्या में हैं, जिन्हे सोशल मीडिया में आसानी से ढूढा जा सकता है । कुछ लोगों के द्वारा सलाह दिये जाने पर पीडिता द्वारा Revert To Islam नाम के कई ग्रुप ज्वाईन किये जिनमें इसके सम्पर्क में पाकिस्तान, इजिप्ट, यू0के0 व अन्य मुस्लमि देशों के अलग-अलग लोग आये, जिन सबने मिलकर इसको इस्लाम के प्रचार में योगदान देने हेतु प्रेरित किया ।
पीड़ित युवतियों को पाकिस्तान के मौलवी देते थे कुरान की शिक्षा
पीडिता के द्वारा पूछताछ में बताया गया कि उसने एक पाकिस्तानी एप्लीकेशन लूडो स्टार डाउनलोड किया और वह पाकिस्तानियों के साथ लूडो खेलने लगी। उसने यह भी बताया कि जब उन लोगों से मेरी चेट होने लगी और उन्हें लगने लगा कि मुझे इस्लाम में रूचि है तो वह मेरा स्वागत ग्रुप में बहुत गर्मजोशी और एक सेलीब्रेटी के रूप में करते थे, जिससे मुझे और अच्छा लगता था और इस्लाम धर्म के लिए के लिए मेरा झुकाव और ज्यादा बढ गया था । इसी दौरान पीडिता की बरेली की दोस्त ने वर्ष 2022 में इसे आनलाईन जूम पर कलमा पढाकर कहा कि अब तुम्हारा धर्मान्तरण हो चुका है और तुम्हें अब मुस्लिम रीति रिवाज से ही आगे की जिन्दगी गुजारनी है।
पीडिता उर्फ सुमैया को सम्पर्क में आने वाले कई लोगों के द्वारा इस्लाम से जुडने व इसकी अच्छाईयां बताकर अन्य लोगों को भी इस्लाम से जोडने के लिए समय-समय पर प्रेरित किया जाता रहा । चूंकि उत्तराखंड में सख्त धर्मांतरण कानून तथा यूसीसी लागू होने के कारण उनके द्वारा पकडे जाने के डर से पीडिता सुमैया को घर्मान्तरण/निकाह के लिए दिल्ली बुलवाया गया था। इस चौंकाने वाले खुलासे के बाद देहरादून पुलिस के साथ साथ उत्तराखंड की मित्र पुलिस ऐसे शैतान कालनेमियों को दबोचने के लिए एक्टिव हो गयी है और जल्द और भी खुलासे होने की संभावना बन गयी है लेकिन जागरूक आपको भी होना है क्योंकि बेटियों को इन रावणों से बचाने कोई राम नहीं आएंगे ये फ़र्ज़ आपको ही निभाना होगा।
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