Special Report – Anita Tiwari , Dehradun
Uttarakhand BJP Mla दिल्ली से लौटने के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के हर कदम पर पार्टी संगठन की नजर है …सीएम कार्यालय से जारी होने वाली हर चिट्ठी पर विधायकों की नजर है । तो वही तमाम वरिष्ठ भाजपा खेमे के विधायकों को इंतजार है क्या दिल्ली से उड़ने वाली केबिनेट रिशफल की सुगबुगाहट में उनका भी नाम है ? दरअसल उत्तराखंड के सत्ताधारी भाजपा में दो तरह के विधायकों को टेंशन में देखा जा रहा है। मीडिया हो या पार्टी संगठन के लोग लगातार दो तरह के विधायकों के चेहरे पर तनाव पढ़ रहा है। एक विधायक वो है जो विधायक से मंत्री तो बन गए लेकिन अब उनका डिमोशन होना तय बताया जा रहा है। दूसरे वह विधायक हैं जो वरिष्ठ , अनुभवी और महत्वाकांक्षी हैं। दूसरी बड़ी पार्टियों को छोड़कर आए विधायक भी है और जो लंबे समय से उम्मीद लगाए बैठे हैं कि उन्हें कैबिनेट मंत्री बनाया जाएगा। लिहाजा वह भी तनाव में है , जुगत में है और इंतजार में ।
Uttarakhand BJP Mla कौन बनेगा मंत्री ?

Uttarakhand BJP Mla लेकिन भाजपा की स्ट्रैटेजी तो जगजाहिर है , अंतिम समय में किसका नाम सामने आ जाये खुद नेता नहीं जानता है । जिसकी नजीर तो खुद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी है । ऐसे में एक बार फिर लगभग आधा दर्जन विधायक बेहद सक्रियता के साथ अपनी बारी आने का इंतजार कर रहे हैं । हालांकि 2022 नतीजों के बाद का सिनेरियो देखें तो भाजपा के कई सीनियर विधायक बड़ी खामोशी से अपनी विधायकी ही आगे बढ़ा रहे हैं । कई ऐसे हैं जो लो प्रोफाइल रहते हुए क्षेत्र में ही दिखते हैं। सचिवालय, विधानसभा , पार्टी मुख्यालय में भी पहले के जैसे सत्ताधारी विधायकों का आना जाना भी कम ही नजर आता है। लेकिन मंत्री तो हर कोई बनना चाहता है । ऐसे में दिल ही दिल में उम्मीद पाले सेलेक्टेड विधायक किसी चमत्कार का इंतजार कर रहे हैं। भाजपा के कई ऐसे विधायक हैं जो मंत्री बनने की उम्मीद हर बार रखते हैं उनकी लिस्ट लगभग एक दर्जन है । कुछ नामों पर गौर करें तो वरिष्ठ विधायक मुन्ना सिंह चौहान, अनुभवी विधायक विनोद चमोली , विधायक किशोर उपाध्याय विधायक उमेश शर्मा काऊ खजान दास राम सिंह खेड़ा सरिता आर्य, बिशन सिंह चुफाल जैसे नाम अपने नाम के आगे मंत्री लगाने की उम्मीद लगाए बैठे हैं ।
Uttarakhand BJP Mla लेकिन भाजपा के दोनों तरह के विधायक अपनी हसरत को कामयाब होते कब देखेंगे यह कोई नहीं जानता है। क्योंकि खाली पड़े मंत्री पदों और हटाए जाने वाले मंत्रियों के संख्या के आधार पर ही नए कैबिनेट मंत्रियों का नाम पर होगा और वह कब होगा वो वक़्त करीब लगने लगा है। अभी तक का माहौल बता रहा है कि कैबिनेट में फेरबदल तो होगा , ऐसे में सब को लग रहा है कि आलाकमान ने यह फैसला खुद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के हवाले कर दिया है कि वह अपनी टीम में किन लोगों को किन योग्यता के आधार पर शामिल करना चाहते हैं। क्योंकि 2024 के चुनाव को जीतने की नजरिए से देखें तो हरिद्वार और पौड़ी लोकसभा सीट में थोड़ा बहुत उलटफेर भी होता नजर आ रहा है। ऐसे में हटाए जाने वाले संभावित नाम और शामिल किए जाने वाले संभावित चेहरे दोनों टेंशन में है और इंतजार मुख्यमंत्री के फैसले पर टिका हुआ है

Uttarakhand BJP Mla दिल्ली दौरे के बाद कि हलचल —-
Uttarakhand BJP Mla हाल ही में भाजपा के नेताओं की लगातार दिल्ली दौरे के बाद से चर्चा आम है कि पार्टी मंत्रिमंडल से कुछ चेहरों को हटा सकती है। साथ ही मंत्रिमंडल विस्तार और कैबिनेट में नए चेहरों को शामिल किए जाने के कयास भी जोरों पर हैं। सूत्रों के अनुसार ऐसे में मुख्यमंत्री के दिल्ली में गृह मंत्री अमित शाह के साथ हुई बैठक के अगले ही दिन प्रदेश प्रभारी की सीएम से मुलाकात को खासी अहम हो गई है। सूत्रों के अनुसार इस बैठक के दौरान राज्य में संभावित फेरबदल को लेकर चर्चा हुई है। हालांकि भाजपा के नेता इससे इंकार कर रहे हैं। पार्टी नेताओं का कहना है कि सचिवालय में हुई यह मुलाकात सामान्य थी और इसमें केवल हरिद्वार पंचायत चुनाव जैसे मुद्दों पर बातचीत हुई है। पूर्व शिक्षा मंत्री पांडे समेत भाजपा के तीन विधायकों भी सीएम से मिले इधर सचिवालय में गुरुवार दोपहर में पूर्व शिक्षा मंत्री गदरपुर विधायक अरविंद पांडे, लैंसडाउन के विधायक दिलीप रावत और यमकेश्वर विधायक रेनू बिष्ट ने भी मुलाकात की।
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