80 फीसदी महिलाओं में होते हैं फाइब्रॉएड
6 घंटे से ज्यादा बैठने से फाइब्रॉएड का खतरा दोगुना बढ़ता है
बार-बार पेशाब आना फाइब्रॉएड का लक्षण
दालचीनी का पानी पीने से मिलता है आरामFibroid Uterus Symptoms घर संभालने वाली महिलाओं की शिकायत होती है कि उन्हें दिनभर बैठने की फुर्सत नहीं मिलती। वहीं ऑफिस जाकर जॉब करने वाली महिलाएं कहती है कि उन्हें सीट से उठने का वक्त नहीं मिलता। कुल मिलाकर दोनों व्यस्त हैं, लेकिन नुकसान सीटिंग जॉब करने वाली महिलाओं को ज्यादा है। हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं , क्योंकि हाल ही में बीएमजे ओपन में पब्लिश हुई एक नई रिसर्च में सामने आया है कि जो महिलाएं 6 घंटे से ज्यादा समय तक बैठी रहती है, उनमें यूटेरिन फाइब्रॉएड का खतरा दोगुना हो जाता है।
6 घंटे से ज्यादा बैठने से फाइब्रॉएड का खतरा दोगुना बढ़ता है
बार-बार पेशाब आना फाइब्रॉएड का लक्षण
दालचीनी का पानी पीने से मिलता है आरामFibroid Uterus Symptoms घर संभालने वाली महिलाओं की शिकायत होती है कि उन्हें दिनभर बैठने की फुर्सत नहीं मिलती। वहीं ऑफिस जाकर जॉब करने वाली महिलाएं कहती है कि उन्हें सीट से उठने का वक्त नहीं मिलता। कुल मिलाकर दोनों व्यस्त हैं, लेकिन नुकसान सीटिंग जॉब करने वाली महिलाओं को ज्यादा है। हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं , क्योंकि हाल ही में बीएमजे ओपन में पब्लिश हुई एक नई रिसर्च में सामने आया है कि जो महिलाएं 6 घंटे से ज्यादा समय तक बैठी रहती है, उनमें यूटेरिन फाइब्रॉएड का खतरा दोगुना हो जाता है।
गर्भाशय फाइब्रॉएड क्या हैं Fibroid Uterus Symptoms

इसके पीछे कांसेप्ट यह है कि सेडेंटरी लाइफस्टाइल मोटापे से जुड़ी है, जो फाइब्रॉइड का सबसे बड़ा रिस्क फैक्टर है। क्लीवलैंड क्लिनिक के अनुसार, फाइब्रॉइड मांसपेशियों के ट्यूमर हैं, जो गर्भाशय की दीवार में विकसित होते हैं। ये काफी सामान्य हैं। 80% तक महिलाओं में फाइब्रॉएड होते हैं, खासतौर से 30 से 50 वर्ष की आयु वाली महिलाओं में। अगर आप भी 6 घंटे से ज्यादा की सिटिंग जॉब करती हैं, तो ध्यान दें। नेचुरोपैथी एक्सपर्ट डा. प्रियंका त्रिवेदी ने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो के जरिए फाइब्रॉएड को ठीक करने का देसी तरीका बताया है। तो आइए जानते हैं महिलाओं में फाइब्रॉएड के बारे में।

क्या फाइब्रॉएड दर्दनाक होते हैं
छोटे फाइब्रॉएड में आमतौर पर दर्द नहीं होता, लेकिन बड़े फाइब्रॉएड दर्द, सूजन, कब्ज और डिस्चार्ज का कारण बन सकते हैं। कुछ फाइब्रॉएड के कारण यूरिनरी ट्रेक्ट इंफेक्शन हो सकता है। इसके चलते कुछ महिलाओं को गर्भधारण करने में दिक्कत हो सकती है।
फाइब्रॉएड के लक्षण
लंबे समय तक या ज्यादा बार पीरियड आना
पेल्विक दबाव या दर्द।
बार-बार पेशाब आना या पेशाब करने में परेशानी होना
पेट बढ़ना
कब्ज रहना
पीठ के निचले हिस्से में दर्द

खूफिया सिस्टम मजबूत करिए – मुख्यमंत्री https://shininguttarakhandnews.com/dhami-on-revenue/